रंग ये दुनिया बदलती है-नॉटी बॉय १९६२
नॉटी बॉय से. शैलेन्द्र का लिखा गीत है और एस डी बर्मन का संगीत.
किशोर कुमार इसे परदे पर और परदे के पीछे दोनों जगह गा रहे हैं.
फिल्म के शीर्षक से लगता है मानो फिल्म किशोर कुमार के लिए ही
बनाई गयी हो. गीत का सन्देश है समय के हिसाब से अपने हिसाब
को ढालो. एक समय था जब फटे पुराने कपडे पहने को गरीब, दरिद्री
या भिखारी समझा जाता था. उसके बाद वो भी समय आया जब फटी
जींस पहनना शान समझा जाने लगा. अब ये कहीं से भी फटी हो
सकती है, चाहे वो घुटनों के ऊपर हो या फिर किसी और गोल जगह
पर.
आपको हम दोनों तरह के गीत सुनवाते रहते हैं-songs with a message
और songs with a massage. इस गीत में मैसेज है.
गीत के बोल:
रंग ये दुनिया बदलती है बदल जा प्यारे
तू भी जीवन के नए सांचे मे ढल जा प्यारे
रंग ये दुनिया बदलती है बदल जा प्यारे
तू भी जीवन के नए सांचे मे ढल जा प्यारे
मौसम आये मौसम जाए फिर खिल जाए कलियाँ
मौसम आये मौसम जाए फिर खिल जाए कलियाँ
अपने आप खुलती जाए अरमानो की गलियाँ
तू भी भूल के सबको
अरे तू भी भूल के सबको आज मना रंगरलियाँ
रंग ये दुनिया बदलती है, बदल जा प्यारे
तू भी जीवन के नए सांचे मे ढल जा प्यारे
दिल का साज जब छिड़ जाए धड़कन गाने गये
अरे दिल का साज जब छिड़ जाए धड़कन गाने गये
फिर एक शाम की पहचान अफसाना बन जाए
जीवन वो धारा है
अरे जीवन वो धारा है जो बांध के रह ना पाए
रंग ये दुनिया बदलती है बदल जा प्यारे
तू भी जीवन के नए सांचे मे ढल जा प्यारे
जब तक सांस तब तक आस सच कहते हो यारों
अरे जब तक सांस तब तक आस सच कहते हो यारो
है दिन चार मौज बहार कल को गोली मारो
जब तक जैसी गुजरे
अरे जब तक जैसी गुजरे हँसते हुए गुजारो
रंग ये दुनिया बदलती है बदल जा प्यारे
तू भी जीवन के नए सांचे मे ढल जा प्यारे
बोलो रे
रंग ये दुनिया बदलती है बदल जा प्यारे
तू भी जीवन के नए सांचे मे ढल जा प्यारे
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Rang ye duniya badalti hai-Naughty boy 1962
Artist: Kishore Kumar
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