सांझ पड़े गाये दीवाना-सवेरे वाली गाडी १९८६
सवेरे वाली गाडी से. गांव की पृष्ठभूमि पर आधारित फिल्म की कहानी
थोड़ी अलग हट के है. गीत भी अच्छे हैं मगर कहानी में निरंतरता का
अभाव और एडिटिंग कमजोर पहलू हैं फिल्म के.
गीत मजरूह सुल्तानपुरी ने लिखा है और आर डी बर्मन इसके संगीतकार
हैं. किशोर कुमार गायक हैं. फिल्म के निर्देशक हैं भारती राजा जो गांव
वाली थीम पर यथार्थवादी फ़िल्में बनाने के लिए मशहूर हैं. उनकी हिंदी
फिल्मों ने कोई विशेष करिश्मा नहीं किया बॉक्स ऑफिस पर मगर वे
तमिल सिनेमा क्षेत्र के लोकप्रिय निर्देशक हैं जिन्होंने कुछ तेलुगु फ़िल्में
भी निर्देशित कीं. उल्लेखनीय है उनकी तीन हिंदी फिल्मों में आर डी बर्मन
का संगीत है. सोलहवां सावन जो सन १९७९ में आई थी उसमें जयदेव
का संगीत है.
गीत के बोल:
सांझ पड़े गाये दीवाना लोगों कहीं सो ना जाना
गली गली चोर घूमें जागते रहना
सांझ पड़े गाये दीवाना लोगों कहीं सो ना जाना
गली गली चोर घूमें जागते रहना
तेरी मेरी मेहनत साथी फसल उगाए सोने की
मिला के माटी में रंगत खून पसीने की
तेरी मेरी मेहनत साथी फसल उगाए सोने की
मिला के माटी में रंगत खून पसीने की
फसल पके तो कोई आये सारा कुछ ले के जाए
गली गली चोर घूमें जागते रहना
लगे हर एक डाली यारा खड़ी हो जैसे कोई बाला
पहन के ओई की माला ओढ़े दुशाला
लगे हर एक डाली यारा खड़ी हो जैसे कोई बाला
पहन के ओई की माला ओढ़े दुशाला
दोल रही घूंघट में गोरी ये घूंघट हो ना चोरी
गली गली चोर घूमें जागते रहना
भरे तू खलिहान जिनका वो दें तुझे चार तिनका
तेरे लिए काल है और माल है उनका
भरे तू खलिहान जिनका वो दें तुझे चार तिनका
तेरे लिए काल है और माल है उनका
ये रीत और ये ज़माना बदले कब राम जाने
गली गली चोर घूमें जागते रहना
सांझ पड़े गाये दीवाना लोगों कहीं सो ना जाना
गली गली चोर घूमें जागते रहना
सांझ पड़े गाये दीवाना लोगों कहीं सो ना जाना
गली गली चोर घूमें जागते रहना
सांझ पड़े गाये दीवाना लोगों कहीं सो ना जाना
गली गली चोर घूमें जागते रहना
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Sanjh pade gaye deewana-Savere wali gaadi 1986
Artists: Sunny Deol, Poonam Dhillon
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