आजा शाम होने आई-मैंने प्यार किया १९८९
करूं. सुबह का गीत है तो सुबह सुनूं, रात का गीत है तो उसे
रात को सुनूं. जब देखता हूँ चैनलों पर या किसी और जगह कि
इस बात का ध्यान कोई भी नहीं रखता है तो मैं क्यूँ रखूँ भला.
इसी गीत का उदाहरण ले लेते हैं, अपने ज़माने में इस फिल्म
के गाने खूब बजते थे. सुबह सुबह ६ बजे ये गीत बजता मिल
जाता था. इससे एक बात पता चलती है बोलों से ज्यादा संगीत
आकर्षित करता है और सुनते सुनते बोल भी याद होने लगते हैं.
ये आकलन बाद में होता है कि कौन सा गीत किस समय के
हिसाब से बना है.
सुनते हैं असद भोपाली का लिखा और राम लक्ष्मण द्वारा स्वरबद्ध
गीत फिल्म मैंने प्यार किया से. इसे गाया है लता मंगेशकर के
साथ एस पी बालसुब्रमण्यम ने.
गीत के बोल:
आ जा शाम होने आई
मौसम ने ली अंगडाई
तो किस बात की है लड़ाई
तू चल मैं आई
बजा क्या है देखो ज़रा तुम घड़ी
गुज़र जाये ना प्रेम की ये घड़ी
आती हूँ थोड़ा सा धीरज धरो
लगा दूंगी मैं प्रेम की फिर झड़ी
उतनी ही दूर है तू जितनी करीब है
तेरे मेरे प्यार का किस्सा अजीब है
धत तेरे की
अब तो जान पे बन आई
ये है प्यार की गहराई
तो किस बात की है लड़ाई
बहुत हो चुकी है तेरी दिल्लगी
चली आओ अब शाम ढलने लगी
मेरे दिल में कितनी उमंगे भरी
तुम्हें मैं बताती हूँ आकर अभी
मेरा जादू चल गया तेरा चेहरा खिल गया
पीछे पीछे मैं चली आगे आगे तू चला
धत तेरे की
तो कर दो सब को तुम गुडबाय
मैंने प्यार किया मैं आई
तो किस बात की है लड़ाई
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Aa ja shaam hone aayi-Maine pyar kiya 1989
Artists: Salman Khan, Bhagyashri
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