बैठे हैं क्या उसके पास-ज्वेल थीफ १९६७
हैं. दूसरा है-रात अकेली है जो ज्यादा पोपुलर है. आज हम
आपको जो गीत सुनवा रहे हैं उसे हेलन ने परदे पर गाया
है.
हेलन उस समय की प्रमुख कैबरे डांसर थीं और फिल्मों में
इस तरह के गीतों में उनका कोई मुकाबला नहीं था. गीत
में उन्हें किसी पक्षी सा दिखलाया गया है. निर्देशकों ने
हेलन की पोशाकों पर काफी रिसर्च की है.
गीत मजरूह सुल्तानपुरी का है और संगीत एस डी बर्मन का.
आशा भोंसले ने पार्श्व गायन किया है. गीत में सफ़ेद पोषक में
नाचने वाली अभिनेत्री को पहचानिये.
गीत के बोल:
ला ला ला ला ला ला ला ला ला ला
बैठे हैं क्या उसके पास
आईना मुझ सा नहीं
मेरी तरफ़ देखिये
मेरी तरफ़ देखिये
आईने की नज़र में
ऐसी मस्ती कहाँ है
मस्ती मेरी नज़र की
इतनी सस्ती कहाँ है
आईने की नज़र में
ऐसी मस्ती कहाँ है
मस्ती मेरी नज़र की
इतनी सस्ती कहाँ है
बैठे हैं क्या उसके पास
आईना मुझ सा नहीं
मेरी तरफ़ देखिये
ये लब हम क्यूँ छू ले
यूँ ही आहें भरें क्या
हमसे भी खूबसूरत तुम हो
हम भी करें क्या
ये लब हम क्यूँ छू ले
यूँ ही आहें भरें क्या
हमसे भी खूबसूरत तुम हो
हम भी करें क्या
बैठे हैं क्या उसके पास
आईना मुझ सा नहीं
मेरी तरफ़ देखिये
बीती है रात कितनी
ये सब कुछ भूल जायें
जलती शम्में बुझा के
आओ हम दिल जलायें
बीती है रात कितनी
ये सब कुछ भूल जायें
जलती शम्में बुझा के
आओ हम दिल जलायें
बैठे हैं क्या उसके पास
आईना मुझ सा नहीं
मेरी तरफ़ देखिये
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Baithe hain kya uske paas-Jewel thief 1967
Artists: Helen, Dev Ananad, Tanuja