महताब तेरा चेहरा-आशिक १९६२
हर एक गीत लाजवाब है. ऐसे मेरा अनुमान नहीं बल्कि
कई सारे संगीत प्रेमियों का है.
ये है लता और मुकेश की आवाजों में युगल गीत जिसे
शैलेन्द्र ने लिखा है. फिल्म में कुल ९ गीत हैं जिसमें
से ३ हसरत ने और ६ शैलेन्द्र ने लिखे हैं. युगल गीत
दो हैं जिन्हें लता और मुकेश ने गाया है. २ लता के
एकल गीत, ४ मुकेश के और १ गीत में मुकेश संग
कोरस की आवाजें हैं. शंकर जयकिशन के कोरस गीतों
का भी कोई मुकाबला नहीं है.
गीत के बोल:
महताब तेरा चेहरा किस ख़्वाब में देखा था
ऐ हुस्न जहाँ बतला तू कौन मैं कौन हूँ
ख़्वाबों में मिले अक़्सर इक राह चले मिलकर
फिर भी है यही बेहतर मत पूछ मैं कौन हूँ
महताब तेरा चेहरा
हुस्न-ओ-इश्क है तेरे जहाँ
दिल की धडकनें तेरी जुबां
आज जिंदगी तुझसे जवान
आगाज़ है क्या मेरा अंजाम है क्या मेरा
है मेरा मुकद्दर क्या बतला के मैं कौन हूँ
महताब तेरा चेहरा
क्यों घिरी घटा तू ही बता
क्यों हँसी फ़िज़ा तू ही बता
फूल क्यों खिला तू ही बता
इस राह पे चलना है इस ग़ाह पे रुकना है
इस काम को करना है बतला के मैं कौन हूँ
महताब तेरा चेहरा
ज़िंदगी को तू गीत बना
दिल के साज़ पे झूम के गा
इस जहाँ को तू प्यार सिखा
महताब तेरा चेहरा किस ख़्वाब में देखा था
ऐ हुस्न जहाँ बतला तू कौन मैं कौन हूँ
ख़्वाबों में मिले अक़्सर इक राह चले मिलकर
फिर भी है यही बेहतर मत पूछ मैं कौन हूँ
महताब तेरा चेहरा
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Mehtab tera chehra-Aashiq 1962
Artists: Padmini, Raj Kapoor