मोहब्बत ऐसी धड़कन है-अनारकली १९५३
अर्थात हार्ट बीट जैसी कुछ बात है. दिल की धडकनों को तो आप
सुन सकते हैं, कान लगा के या स्टेथेस्कोप को सटा के. बीट रूट
खाना सेहत के लिए फायदेमंद है ये खून बढाता है. उसके अलावा ये
खून के फ्लो को बढाता है साथ ही ब्लड प्रेशर को कम करता है.
सलाह की एक ऐसी चीज़ है जो फ़ोकट में मिलती है. सलाद की
प्लेट लेने के लिए भी होटल में पैसे चुकाने पढते हैं.
आज सुनते हैं अनारकली से अगला गीत हसरत जयपुरी का लिखा
हुआ और लता का गाया हुआ. संगीतकार का नाम आप जानते हैं,
भूल गए हों तो टैग में देख लें. इस ब्लॉग के पाठकों के लिए
एक प्रश्न है-इस गीत को किसने लिखा है? नेट पर विभिन्न
जगहों पर कहीं हसरत तो कहीं राजेंद्र कृष्ण का नाम है इस
गीत के गीतकार के रूप में. आप ही बतलायें कौन इसका असली
गीतकार है ?
संगीतकार द्वारा स्वयं गाया हुआ ये गीत बी बी सी के कार्यक्रम में:
गीत के बोल:
इस इंतज़ार-ए-शौक को जनमों की आस है
इक शमा जल रही है तो वो भी उदास है
मोहब्बत ऐसी धड़कन है जो समझाई नहीं जाती
जो समझाई नहीं जाती
ज़बान पर दिल की बेचैनी कभी लाई नहीं जाती
कभी लाई नहीं जाती
मोहब्बत ऐसी धड़कन है
चले आओ चले आओ तक़ाज़ा है निगाहों का
चले आओ चले आओ तक़ाज़ा है निगाहों का
तक़ाज़ा है निगाहों का
किसी की आरज़ू ऐसे तो ठुकराई नहीं जाती
तो ठुकराई नहीं जाती
मोहब्बत ऐसी धड़कन है जो समझाई नहीं जाती
जो समझाई नहीं जाती
मोहब्बत ऐसी धड़कन है
मेरे दिल ने बिछाए हैं सजदे आज राहों में
मेरे दिल ने बिछाए हैं सजदे आज राहों में
सजदे आज राहों में
जो हालत आशिक़ी की है वो बतलाई नहीं जाती
वो बतलाई नहीं जाती
मोहब्बत ऐसी धड़कन है जो समझाई नहीं जाती
जो समझाई नहीं जाती
मोहब्बत ऐसी धड़कन है
............................................................................
Mohabbat aisi dhadkan hai-Anarkali 1953
Artist: Beena Rai
0 comments:
Post a Comment