Jan 6, 2017

सांवला रंग है मेरा-रामपुर का लक्ष्मण १९७२

राहुल देव बर्मन द्वारा आशा भोंसले के लिए जो विशेष
गीत तैयार किये गए थे उनमें से एक आज आपको
सुनवाते हैं. इस प्रकार के गीतों में आप महसूस करेंगे
कि आशा भोंसले की विस्तृत रेंज को बखूबी इस्तेमाल
किया गया है.

गीत पद्मा खन्ना पर फिल्माया गया है और गीत में
विलेन का अड्डे को दिखाया गया है जिसमें उसके
साथी और भेस बदल कर फिल्म का नायक खड़ा है.
नायक का भेस इस तरह बदला जाता था कि दर्शक
उसे पहचान लें और तालियाँ बजाएं. केवल फिल्म के
पात्र ही उसे नहीं पहचान पाते हैं, ये आज तक एक
पहेली लगती है मुझे.

ये गीत मजरूह सुल्तानपुरी ने लिखा है. वीडियो में एक
अन्तरा कम है इसलिए आपको उसके बोल भी नहीं दे
रहे हैं. हवा में डंडा घुमाना ठीक नहीं है, है ना जी.



गीत के बोल:

हो सांवला रंग है मेरा रेशमी अंग है मेरा
अरे सांवला रंग है मेरा हाय रे रेशमी अंग है मेरा
काला काला जादू है ऐसा मेरी नज़र में
हाय रे चाहे कहीं पर मारूं कटारी लागे जिगर में
अरे रे रे देखो देखो बचो जरा
सांवला रंग है मेरा रेशमी अंग है मेरा
अरे सांवला रंग है मेरा मेरा मेरा रेशमी अंग है मेरा
काला काला जादू है ऐसा मेरी नज़र में
चाहे कहीं पर मारूं कटारी लागे जिगर में
अरे रे रे देखो देखो बचो जरा
सांवला रंग है मेरा रेशमी अंग है मेरा मेरा मेरा

मेरी अदा में मस्तानी लहर भी है
लेकिन इनमें थोड़ा थोड़ा ज़हर भी है
हाँ आ आ मेरी अदा में मस्तानी लहर भी है
लेकिन इनमें थोड़ा थोड़ा ज़हर भी है
जिसने जिसने देखा जलवा हाय रे
जिसने जिसने देखा जलवा मेरी अदाओं का
कोई बचा और कोई मर गया

हाँ सांवला रंग है मेरा हाय रे रेशमी अंग है मेरा
अरे सांवला रंग है मेरा मेरा मेरा रेशमी अंग है मेरा
काला काला जादू है ऐसा मेरी नज़र में
चाहे कहीं पर मारूं कटारी लागे जिगर में
अरे रे रे देखो देखो बचो जरा
सांवला रंग है मेरा मेरा मेरा रेशमी अंग है मेरा मेरा मेरा

देखो मुझपे ऐसे जो मुसकाओगे
ऐसा चक्कू मारूँगी रह जाओगे
हो ओ ओ देखो मुझपे ऐसे जो मुसकाओगे
ऐसा चक्कू मारूँगी रह जाओगे
कहती हूँ मैं मुझे ना छूना
कहती हूँ मैं मुझे ना छूना
मेरा हाथ छोड़ दो
अच्छा हुआ छू के मुझे डर गया

सांवला रंग है मेरा रेशमी अंग है मेरा
सांवला रंग है मेरा हाय रे रेशमी अंग है मेरा
काला काला जादू है ऐसा मेरी नज़र में
चाहे कहीं पर मारूं कटारी लागे जिगर में
अरे रे रे देखो देखो बचो जरा
...........................................................
Sanwla rang hai mera-Rampur ka Laxman 1972

Artist: Padma Khanna

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