Mar 13, 2017

देखो आई होली-मंगल पांडे २००५

एक होली गीत और सुनते हैं, इसमें जो शब्द आपने फ़िल्मी
होली गीतों में पहले नहीं सुने होंगे, मौजूद हैं. जावेद अख्तर
इस गीत के रचयिता हैं और रहमान धुनकर्ता. उदित नारायण
की आवाज़ पहचान में आ जाती है आसानी से. बाकी लोगों
की आवाजें पहचानिये जो होली के रंगों जैसी घुली मिली है.


मंगल पाण्डे द राइजिंग का ये होली गीत सरप्राइजिंग है. इस
होली गीत की विशेषता है इसमें राजस्थानी गीतों में की जाने
वाली आ आ और पारंपरिक होली गीतों का जोगीरा ता रा रा
रा के अलावा रहमान के टिपिकल दक्षिण भारतीय अंदाज़ वाली
हो ओ ओ भी है.



गीत के बोल:

होली है
हे होली आई  रंग फूट पड़े
ये छलक छलक  वो ढलक ढलक
फिर बाजे घुँघरू ढोल बड़े
ये छलक छलक  वो धमक धमक
सब निकले हैं पी पी के घड़े
ये लपक लपक  वो धुमक धुमक
छम छम नाचे परियों की धुनें
ये थिरक थिरक  वो मटक मटक
ये छलक छलक  वो ढलक ढलक
ये छलक छलक  वो धमक धमक
ये लपक लपक  वो धुमक धुमक
ये थिरक थिरक  वो मटक मटक

हे हे हे हे हे हे
हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ
देखो आई होली  रंग लायी होली
चली पिचकारी उड़ा है गुलाल
होली की है घटा  मन झूम उठा
रंग छलके हैं नीले हरे लाल
देखो आई होली  रंग लायी होली
चली पिचकारी उड़ा है गुलाल
होली की है घटा  मन झूम उठा
रंग छलके हैं नीले हरे लाल
रंगरेली मैं रंग खेलूंगी  रंग जाऊँगी
रंग गहरे हैं  अबके साल
अब हमें कोई रोके नहीं  अब हमें कोई टोके नहीं
अब होने दो हो जो भी हाल
देखो आई होली  रंग लायी होली
चली पिचकारी उड़ा है गुलाल
होली की है घटा  मन झूम उठा
रंग छलके हैं नीले हरे लाल

भीगी चोली चुनरी भी गीली हुई
सजना जी देखो मैं रंगीली हुई
थोड़ी थोड़ी तू जो नशीली हुई
पतली कमर लचकीली हुई
मन क्यों ना बहके  तन क्यों न दहके
तुम रह रह के  हां
मत फेंको ये नज़रों का जाल
अब हमें कोई रोके नहीं  अब हमें कोई टोके नहीं
अब होने दो हो जो भी हाल

देखो आई होली  रंग लायी होली
आज हुआ ये कैसा कमाल
रंग ऐसे उड़े देखने में लगे 
कोई रंगे हवाओं के बाल
चांदी की थाल से ले के गुलाल
अब राधा से खेलेंगे होली मुरारी
राधा भी नटखट है  पलटी वो झटपट है
मारे कन्हैया को है पिचकारी
देखने वाले तो दंग हुए हैं
के होली में दोनों जो संग हुए हैं
तो राधा काँन्हा एक रंग हुए हैं
कौन है राधा  कौन है काँन्हा
कौन ये समझा  कौन ये जाना

होली में जो सजनी से नयन लड़े
थामी हैं कलाई के बात बढ़े
तीर से जैसे मेरे मन में गड़े
तेरी ये नजरिया जो मुझपे पड़े
जो ये रास रचे  जो ये धूम मचे  कोई कैसे बचे
हमसे पूछो ना तुम ये सवाल
अब हमें कोई रोके नहीं  अब हमें कोई टोके नहीं
अब होने दो हो जो भी हाल

देखो आई होली  रंग लायी होली
चली पिचकारी उड़ा है गुलाल
होली की है घटा  मन झूम उठा
रंग छलके हैं नीले हरे लाल
देखो आई होली  रंग लायी होली
चली पिचकारी उड़ा है गुलाल
होली की है घटा  मन झूम उठा
रंग छलके हैं नीले हरे लाल

जोगीरा ता रा रा रा
जोगीरा ता रा रा रा
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Dekho holi aayi-mangal Pandey 2005

Artists: Aamir Khan, Rani Mukherji

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