Mar 13, 2017

होली के दिन दिल खिल जाते हैं-शोले १९७५

हिंदी सिनेमा इतिहास के शायद सबसे बड़े मील के पत्थर कही
जाने वाली फिल्म शोले में भी एक होली गीत है. अब आप इस
बात से अनुमान लगाइए इस त्यौहार का हमारे कथानकों में
कितना अहम स्थान रहा है.

सुनते हैं किशोर, लाता और कोरस का गाया हुआ ये लोकप्रिय
होली गीत आनंद बक्षी का लिखा हुआ और आर डी बर्मन का
संगीतबद्ध किया हुआ. इसे सुनते समय हमेशा ये लगता है
दूसरी पंक्ति में एक शब्द कम सा है मगर इसे होली पर सुन
लिया करते हैं.





गीत के बोल:

चलो सहेली चलो रे साथी
ए पकड़ो पकड़ो रे इसे न छोड़ो
अरे बैंया न तोड़ो
ज़रा ठहर जा भाभी अरे जा रे सराबी
क्या ओ राजा गली में आ जा
होली होली भांग की गोली
ओ नखरे वाली दूँगी मैं गाली
अरे रामू की साली
होली रे होली

होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं
गिले शिक़वे भूल के दोस्तों
दुश्मन भी गले मिल जाते हैं
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं

गोरी तेरे रंग जैसा थोड़ा सा मैं रंग बना लूँ
आ तेरे गुलाबी गालों से थोड़ा सा गुलाल चुरा लूँ
जा रे जा दीवाने तू होली के बहाने तू
जा रे जा दीवाने तू होली के बहाने तू
छेड़ ना मुझे बेसरम
पूछ ले ज़माने से ऐसे ही बहाने से
लिए और दिए दिल जाते हैं

होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं

यही तेरी मरज़ी है तो अच्छा चल तू ख़ुश हो ले
पास आ के छूना ना मुझे चाहे मुझे दूर से भिगो ले
हीरे की कनी है तू मट्टी से बनी है
हीरे की कनी है तू मट्टी से बनी है
तू छूने से टूट जाएगी
काँटों के छूने से फूलों से नाज़ुक नाज़ुक
बदन छिल जाते हैं

होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं
गिले शिक़वे भूल के दोस्तों
दुश्मन भी गले मिल जाते हैं
होली के दिन दिल खिल जाते हैं
रंगों में रंग मिल जाते हैं
.........................................................
Holi ke din dil-Sholay 1975

Artists: Dharmendra. Hema Malini, Amitabh Bachchan

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP