बहुत दूर मुझे चले जाना है-हीरा पन्ना १९७३
जीवन में कुछ उम्दा धुनें ज़रूर बनाता है. कुछ पॉपुलर
हो जाती हैं कुछ नहीं. अलग हट के बनाये हुए गीतों
की अगर बात करें तो आर डी बर्मन के संगीत वाली
फिल्मों में हीरा पन्ना तुरंत ध्यान में आती है. फिल्म
का शीर्षक गीत सबसे ज्यादा बजता मिलता है. एक
और युगल गीत है फिल्म का जो उम्दा है मगर ये
थोडा कम सुनाई देने वाला गीत है.
देव आनंद और राखी पर फिल्माया गया गीत लिखा
है आनंद बक्षी ने.
गीत के बोल:
बहुत दूर मुझे चले जाना है
बहुत नज़दीक मुझे आना है
तेरी बाहों में मुझे आज मर जाना है
किसी को इस जगह पे नहीं आना है
किसी को इस जगह से नहीं जाना है
तेरी बाहों में मुझे आज मर जाना है
जाने मिले या ना मिले फ़िर ऐसी तन्हाई
दिल की लगी लेने लगी सीने में अंगड़ाई
हो मुझको छुपा ले दिल में बसा ले
देख बुरा ये ज़माना है
किसी को इस जगह से नहीं जाना है
तेरी बाहों में मुझे आज मर जाना है
क्या ज़िंदगी कट जाएगी बस तेरी यादों में
ये रात भी ढल जाएगी क्या यूं ही वादों में
हो अरमान निकले या जान निकले
प्यार मेरा दीवाना है
किसी को इस जगह से नहीं जाना है
तेरी बाहों में मुझे आज मर जाना है
मेरे बदन में ओ सजन जागी इक चिंगारी
रुक जाएगी जल जाएगी इसमें दुनिया सारी
इसको बुझा दे शोला बना दे
कहता ये परवाना है
बहुत दूर मुझे चले जाना है
बहुत नज़दीक मुझे आना है
तेरी बाहों में मुझे आज मर जाना है
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Bahut door mujhe chale jaana hai-Heera Panna 1973
Artists: Dev Anand, Rakhi
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