भगत के बस में है भगवान-शबाब १९५४
हुआ ये भजन काफी लोकप्रिय है. इस मूल वर्ज़न से ज्यादा आप
इसके कवर वर्ज़न सुन सकते हैं आजकल.
शकील की रचना है और नौशाद का संगीत.
गीत के बोल:
संगीत है शक्ति इश्वर की
हर सुर में बसे हैं राम हो ओ ओ
रागी जो सुनाएँ राग मधुर
जोगी को मिले आराम
भगत के बस में है भगवान
भगत के बस में है भगवान मांगो मिलेगा सबको दान
हो ओ ओ ओ ओ ओ मांगो मिलेगा सबको दान
भेद अनोखे तोरे दाता न्यारे तोरे धंधे कन्हैया
न्यारे तोरे धंधे
मूरख बुद्धिमान बने हैं आँखों वाले अंधे रामा
आँखों वाले अंधे
दे तू इनको ज्ञान दे तू इनको ज्ञान
भगत के बस में है भगवान मांगो मिलेगा सबको दान
हो ओ ओ ओ ओ ओ मांगो मिलेगा सबको दान
मुझको पुकारे सब संसारी और मैं तोहे पुकारूँ कन्हैया
और मैं तोहे पुकारूँ
आज लगी है लाज की बाज़ी जिता दे ना हारूं रामा
जिता दे ना हारूं
भगत का रख मान भगत का रख मान
भगत के बस में है भगवान मांगो मिलेगा सबको दान
हो ओ ओ ओ ओ ओ मांगो मिलेगा सबको दान
तू ही मारे तू ही जिलाए गोवर्धन गिरधारी
तू ही मारे तू ही जिलाए गोवर्धन गिरधारी
आज दिखा संगीत की शक्ति हो ओ ओ ओ ओ ओ
आज दिखा संगीत की शक्ति
रख ले लाज हमारी
ओ रख ले लाज हमारी
निर्जन को दे जान जय जय सीता राम
निर्जन को दे जान जय जय राधे श्याम
निर्जन को दे जान जय जय सीता राम
निर्जन को दे जान जय जय राधे श्याम
जय जय सीता राम जय जय राधे श्याम
जय जय सीता राम जय जय राधे श्याम
जय जय सीता राम जय जय राधे श्याम
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Bhagat ke bas mein hai bhagwan-Shabab 1954
Artist: Ek babaji
2 comments:
thats very nice film of 1954,
thanks for this post keep it up...and keep updating more
Welcome
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