मेरे महबूब तुझे सलाम-बग़ावत १९८२
तक मैं समझता रहा कि ये धरमकाँटा फिल्म का गीत है. है
ना कुछ अजीब सी बात. फिर मैंने बगावत फिल्म देखी और
मालूम पड़ा किस फिल्म का गीत है. ये समझने के पीछे वजह
सिर्फ इतनी सी थी मुझे इस गीत का संगीत धरमकाँटा फिल्म
के संगीत से मिलता जुलता सा लगा. गौरतलब है धरमकाँटा
में नौशाद का संगीत है. इसे सरसरी तौर पर गीत सुनते का
नतीजा था. एक दिन मैंने ध्यान लगा के इस गीत को सुना तो
ऐसा लगा मानो सन १९७८ की फिल्म जानी दुश्मन के संगीत
का एक्सटेंशन हो.
सुनते हैं रफ़ी और आशा का गाया ये लोकप्रिय गीत. इस गीत
को आनंद बक्षी ने लिखा है. धर्मेन्द्र और रीना रॉय परदे पर इसे
गा रहे हैं. हेमा मालिनी भी इस गीत में दिखलाई देती हैं.
गीत के बोल:
मेरे महबूब तुझे सलाम
मेरे महबूब तुझे सलाम
सलाम सलाम सलाम
मेरे महबूब तुझे सलाम
ओ मेरे महबूब तुझे सलाम
मुश्क़िल में जान आई आया होंठों पे तेरा नाम
मेरे महबूब तुझे सलाम
वा मेरे महबूब तुझे सलाम
तेरा जलवा खूब तेरा पर्दा खूब
क्या परदा क्या जलवा ये दिल तुझसे है मंसूब
मेरे महबूब तुझे सलाम
सलाम सलाम सलाम
मेरे महबूब तुझे सलाम
ओ मेरे महबूब तुझे सलाम
मेरा हबीब तू है मेरा नसीब तू है
मेरा हबीब तू है मेरा नसीब तू है
दर का फ़क़ीर हूँ मैं बन्दा असीर हूँ मैं
तुझपे मेरी नज़र है मुझसे तू बेख़बर है
तुझपे मेरी नज़र है मुझसे तू बेख़बर है
मैं अपने मेहरबाँ से अब क्या कहूँ ज़ुबाँ से
आहों से इश्क़ में लेते हैं आशिक़ ज़ुबाँ का काम
मेरे महबूब तुझे सलाम
वा मेरे महबूब तुझे सलाम
सलाम सलाम सलाम
मेरे महबूब तुझे सलाम
हो मेरे महबूब तुझे सलाम
है इन्तज़ार मुश्क़िल सूनी है दिल की महफ़िल
कब तेरी दीद होगी मस्तों की ईद होगी
कब तेरी दीद होगी मस्तों की ईद होगी
चिलमन से आ निकल कर मेरे हसीन दिलबर
जो कुछ भी दरमियाँ है उड़ जाएगा धुआँ है
परदे उठा रहा है सारे शायर का ये क़लाम
मेरे महबूब तुझे सलाम
वा मेरे महबूब तुझे सलाम
सलाम सलाम सलाम
मेरे महबूब तुझे सलाम
ओ मेरे महबूब तुझे सलाम
नज़रों में तू ही तू है वाह वाह
बस तेरी आरज़ू है
ये बेरुख़ी है कैसी ये बेख़ुदी है कैसी
ये बेरुख़ी है कैसी ये बेख़ुदी है कैसी
पहचान
पहचान ये निगाहें ये आँसू और ये आहें
पहचान ये निगाहें ये आँसू और ये आहें
शौक़-ए-विसाल ये है इस दिल का हाल ये है
लय के बग़ैर नग़मा जैसे मय के बग़ैर जाम
मेरे महबूब तुझे सलाम
मेरे महबूब तुझे सलाम
ओ मेरे महबूब तुझे सलाम
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Mere mehboob tujhe salam-Bghawat 1982
Artists: Dharmendra, Reena Roy, Hema Malini
2 comments:
got the idea
किताब के नए चैप्टर के लिए ?
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