अब तेरे सिवा कौन मेरा-किस्मत १९४४
फिल्म किस्मत से. इस गीत को सुनने के बाद आप महसूस
करेंगे कि इस गीत की धुन कुछ जानी पहचानी सी है. आगे
चल के कई गीतों में इस गीत की खुशबू आती है.
संभव है ये कोई पारंपरिक धुन हो जिसके आधार पर ये गीत
तैयार किया गया हो. फिल्मों में लोक संगीत को शामिल करने
की परंपरा शुरू से है. गीत कवि प्रदीप ने लिखा और इसका
संगीत तैयार किया अनिल बिश्वास ने.
गीत के बोल:
अब तेरे सिवा
अब तेरे सिवा कौन मेरा कृष्ण कन्हैया
भगवान किनारे से लगा दे मेरी नैया
अब तेरे सिवा
अब तेरे सिवा कौन मेरा कृष्ण कन्हैया
भगवान किनारे से लगा दे मेरी नैया
अब तेरे सिवा
मेरी खुशी की दुनिया बाबुल ने छीन ली
मेरे सुखों की कलियाँ किस्मत ने बीन लीं
मेरी खुशी की दुनिया बाबुल ने छीन ली
मेरे सुखों की कलियाँ किस्मत ने बीन लीं
अब तू ही बचा लाज मेरी बंसी बजैया
भगवान किनारे से लगा दे मेरी नैया
अब तेरे सिवा
पूजा नहीं है पूरी अधूरी है आरती
पूजा नहीं है पूरी अधूरी है आरती
ओ श्याम सलोने तुझे मीरा पुकारती
ओ श्याम सलोने तुझे मीरा पुकारती
तुझे मीरा पुकारती
सहती है बार बार वो ले ले के बलैयां
सहती है बार बार वो ले ले के बलैयां
भगवान भगवान
भगवान किनारे से लगा दे मेरी नैया
अब तेरे सिवा
अब तेरे सिवा कौन मेरा कृष्ण कन्हैया
भगवान किनारे से लगा दे मेरी नैया
अब तेरे सिवा
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Ab tere sinwa kaun mera-Kismat 1944
Artists: Ashok Kumar, Mumtaz Shanti
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