याद जब आये तेरी-मोहर १९५९
फिल्म: मोहर
वर्ष: १९५९
गीतकार: राजेंद्र कृष्ण
गायक: तलत महमूद
संगीत: मदन मोहन
गीत के बोल:
याद जब आये तेरी अपनी गुज़री ज़िंदगी
याद कर लेता हूँ मैं आह भर लेता हूँ मैं
याद जब आये तेरी
दिल मेरा लगता नहीं कुछ मुझे भाता नहीं
ये मुझे क्या हो गया कुछ समझ आता नहीं
याद जब आये तेरी अपनी गुज़री ज़िंदगी
याद कर लेता हूँ मैं आह भर लेता हूँ मैं
याद जब आये तेरी
ये अंधेरे रास्ते
ये अंधेरे रास्ते हैं मेरे ही वास्ते
ये अंधेरे रास्ते हैं मेरे ही वास्ते
ठोकरें खाता रहूँ अश्क बरसाता रहूँ
है यही तक़दीर में दिल को समझाता रहूँ
याद जब आये तेरी अपनी गुज़री ज़िंदगी
याद कर लेता हूँ मैं आह भर लेता हूँ मैं
याद जब आये तेरी
क्या खुशी की आरजू जब खुशी मेरी नहीं
मौत शायद हो मेरी ज़िंदगी मेरी नहीं
याद जब आये तेरी अपनी गुज़री ज़िंदगी
याद कर लेता हूँ मैं आह भर लेता हूँ मैं
याद जब आये तेरी
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Yaad jab aaye teri-Mohar 1959
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