नींद चुरा के रातों में-शरीफ़ बदमाश १९७३
हैं-शरीफ बदमाश और प्यारा दुश्मन. दोनों फ़िल्में ही रंगीन
युग में बनी हैं. एक सत्तर के दशक की है तो दूसरी ८० के
दशक में आई थी. आजकल के दौर में इनोवेटिव नामों की
भरमार है. अब तो सिंपल नाम ढूँढने की जद्दोजहद है.
आज सुनते हैं देव आनंद और हेमा मालिनी अभिनीत १९७३
की फिल्म से एक युगल गीत आशा और किशोर का गाया
हुआ. इसे आनंद बक्षी ने लिखा और आर डी बर्मन ने संगीत
में ढाला. इसे हम बरसात में आग लगाने वाला हिट कहते
हैं.
गीत के बोल:
नींद चुरा के रातों में
तुमने बातों बातों में
देखो बात बदल दी है
हम फिर बात बदल देंगे
आज नहीं दिल कल देंगे भई
ऐसी भी क्या जल्दी है
अरे ऐसी भी क्या जल्दी है
हरे हरे नींद चुरा के रातों में
तुमने बातों बातों में
देखो बात बदल दी है
हम फिर बात बदल देंगे
आज नहीं दिल कल देंगे भई
ऐसी भी क्या जल्दी है
अरे ऐसी भी क्या जल्दी है
रात बीती सारी ज़ालिमा में हारी
तुम क्या जानो अंग अंग मेरा फूँक गई चिंगारी रे
रात बीती सारी ज़ालिमा में हारी
तुम क्या जानो अंग अंग मेरा फूँक गई चिंगारी
आ हा आ हा
आग लगा बरसातों में तुमने बातों बातों में
देखो बात बदल दी है
हम फिर बात बदल देंगे
आज नहीं दिल कल देंगे भई
ऐसी भी क्या जल्दी है
अरे ऐसी भी क्या जल्दी है
हो आ आ आ
दर्द बहुत सह बैठी दूर बहुत रह बैठी
तुमको जो कहना था मुझे मैं तुमसे कह बैठी रे
दर्द बहुत सह बैठी दूर बहुत रह बैठी
तुमको जो कहना था मुझे मैं तुमसे कह बैठी रे
आ हा आ हा
हाथ पकड़ के हाथों में तुमने बातों बातों में
देखो बात बदल दी है
हम फिर बात बदल देंगे
आज नहीं दिल कल देंगे भई
ऐसी भी क्या जल्दी है
अरे ऐसी भी क्या जल्दी है
अरे अरे
नींद चुरा के रातों में तुमने बातों बातों में
देखो बात बदल दी है
हम फिर बात बदल देंगे
आज नहीं दिल कल देंगे भाई
ऐसी भी क्या जल्दी है
अरे ऐसी भी क्या जल्दी है
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Neeend chura ke raaton mein-Shareef Badmash 1973
Artists: Dev Anand, Hema Malini
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