अब याद न कर भूल जा-अनोखा प्यार १९४८
जिनका परपज़ एक ही होता है अक्सर. गीत की प्रथम पंक्ति
में दोनों क्रियायों का उल्लेख है.
यादों को भुलाना आसान नहीं है. हाँ, दिमाग को किसी दूसरी
चीज़ में व्यस्त कर दो तो पुराने ख्याल आना थम जाता है
काफी हद तक, मगर, दिमाग का एक कोना स्मृतियों को सहेज
के रखने का काम करता है. जब तक उस शटर को बंद नहीं
किया जाए भूली बिसरी बातें याद आना बंद नहीं होंगी.
गीत शम्स अज़ीमाबादी का है जिसे गाया है मीना कपूर और
मुकेश ने अनिल बिश्वास की तर्ज़ पर और इस फिल्म का नाम है
अनोखा प्यार.
गीत के बोल:
अब याद न कर भूल जा ऐ दिल वो फ़साना
वो प्यार की घड़ियाँ वो मुहब्बत का ज़माना
अब याद न कर
क्यूँ याद तुझे आते हैं बीती हुई बातें
तू भूल जा तू भूल जा
वो प्यार के दिन प्यार की रातें
अब टूट चुका है वो तेरा ख़्वाब सुहाना
वो प्यार की घड़ियाँ वो मुहब्बत का ज़माना
अब याद न कर
ए झूमती लहराती हुई मस्त हवाओं
ए प्यारे नज़ारों रंगीन फ़िज़ाओं
तुम जा के उन्हें आज मेरा हाल सुनाओ
तुम जा के उन्हें आज मेरा हाल सुनाओ
कह दो के मेरा दिल है तुम्हारा ही दिवाना
कह दो के मेरा दिल है तुम्हारा ही दिवाना
है प्यार की घड़ियाँ है मुहब्बत का ज़माना
है प्यार की घड़ियाँ है प्यार की घड़ियाँ
आतीं हैं मेरे कान में ये किसकी सदायें
तुम दिल से ख़ुद ही पुछ लो हम क्यों ये बताएँ
याद आने लगा याद आने लगा
याद आने लगा फिर मुझे वो भूला फ़साना
वो प्यार की घड़ियाँ वो मुहब्बत का ज़माना
वो प्यार की घड़ियाँ वो प्यार की घड़ियाँ
आ जा के अब दर्द भरे दिल को भुलायें
अरमानों के गुलशन में नये फूल खिलायें
हम तेरे हैं दिल तेरा है ये भूल न जाना
भूल न जाना
हम तेरे हैं दिल तेरा है ये भूल न जाना
भूल न जाना ये भूल ना जाना
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Ab yaad na kar bhool ja-Anokha Pyar 1948
Artists: Nargis, Dilip Kumar
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