ईचक दाना बीचक दाना-श्री ४२०
में एक बात है जिस पर केवल ज्ञानी लोग ही गौर किया करते हैं.
४२० शब्द का अर्थ हम सब जानते हैं-फ्रॉड. उसके आगे श्री लगाने का
मतलब उसे आदर देने वाली बात है. सीधा मतलब है फिल्म का प्रमुख
किरदार कहानी मुताबिक़ गोलमाल करने वाला है मगर आदर करने के
लायक है. फिल्म की कहानी भी कुछ ऐसा ही बतलाती है. कहानी का
लुब्बे लुबाब दर्शक को भी पात्र से सहानुभूति और प्रेम करने पर मजबूर
कर देता है.
असल जीवन में कई चोर हैं जो छुपे रहते हैं. एक बार उजागर हो जाने
के बाद उन्हें चोरों की बिरादरी में भले ही आदर मिलता रहे पूर्व की तरह
मगर समाज में उनके सम्मान में गिरावट ज़रूर आती है. अतिशयोक्ति
और एक्सेप्शंस असल जीवन में दुर्लभ हैं मगर फिल्मों में इनकी भरमार
होती है. इसलिए फिल्मों को सपनों की दुनिया कहा जाता है.
गीत सुनते हैं जो हसरत जयपुरी का लिखा हुआ है. गीत के प्रमुख गायक
हैं मुकेश और लता मंगेशकर.
गीत के बोल:
ईचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना ईचक दाना
ईचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना ईचक दाना
छत के ऊपर लड़की नाचे लड़का है दीवाना ईचक दाना
छत के ऊपर लड़की नाचे लड़का है दीवाना ईचक दाना
बोलो क्या
अनार
ईचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना ईचक दाना
छोटी सी छोकरी लालबाई नाम है
छोटी सी छोकरी लालबाई नाम है
पहने वो घाघरा एक पैसा दाम है
पहने वो घाघरा एक पैसा दाम है
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
मुँह में सबके आग लगाये आता है रुलाना ईचक दाना
मुँह में सबके आग लगाये आता है रुलाना ईचक दाना
बोलो क्या
मिर्ची
हरी थी मन भरी थी लाख मोती जड़ी थी
हरी थी मन भरी थी लाख मोती जड़ी थी
राजा जी के बाग़ में दुशाला ओढ़े खड़ी थी
राजा जी के बाग़ में दुशाला ओढ़े खड़ी थी
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
कच्चे पक्के बाल हैं उसके मुखड़ा है सुहाना ईचक दाना
कच्चे पक्के बाल हैं उसके मुखड़ा है सुहाना ईचक दाना
बोलो क्या बोलो बोलो
बुड्ढी
भुट्टा
एक जानवर ऐसा जिसके दुम पर पैसा
सर पे भी ताज है बादशाह के जैसा
आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ आ
बादल देखे छम-छम नाचे अलबेला मस्ताना ईचक दाना
बादल देखे छम-छम नाचे अलबेला मस्ताना ईचक दाना
बोलो क्या बोलो ना
मोर
ईचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना ईचक दाना
छत के ऊपर लड़की नाचे लड़का है दीवाना ईचक दाना
छत के ऊपर लड़की नाचे लड़का है दीवाना ईचक दाना
ईचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना ईचक दाना
ईचक दाना बीचक दाना दाने ऊपर दाना ईचक दाना
चालें वो चल कर दिल में समाया
खा पी गया वो किया है सफ़ाया
तुम भी देखो बचकर रहना चक्कर में न आना ईचक दाना
तुम भी देखो बचकर रहना चक्कर में न आना ईचक दाना
ग़म
हम
हा हा हा
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Ichak dana beechak dana-Shri 420 1955
Artists: Nargis, Raj Kapoor, Kids
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