दो नैन मिले-घूंघट १९६०
ओ पी नैयर के संगीत निर्देशन में मिलेंगे या फिर रवि के.
यूँ सी रामचंद्र ने नवरंग में एक-दो गीत गवाए, उसके बाद
ये तो सन १९६० यानी नवरंग के रिलीज़ के एक साल बाद
की ही फिल्म है घूंघट.
आज सुनते हैं इस फिल्म से युगल गीत जिस पता नहीं किस
पर फिल्माया गया है. मुझे पहचानने में मदद करें. इसके
बोल लिखे हैं शकील बदायूनीं ने.
गीत के बोल:
दो नैन मिले दो फूल खिले
दुनिया में बहार आई
एक रंग नया लाई एक रंग नया लाई
दिल गाने लगा लहराने लगा
ली प्यार ने अंगड़ाई
बजने लगी शहनाई बजने लगी शहनाई
दो नैन मिले
अरमान भरी नज़रों से बलम
इस तरह हमें देखा न करो
आ हा हा हो हो हो
हो जाए ना रुसवा इश्क़ कहीं
दुनिया है बुरी दुनिया से डरो
दुनिया है बुरी दुनिया से डरो
दुनिया का मुझे कुछ खौफ़ नहीं
दुनिया तो है हरजाई और इश्क़ है सौदाई
और इश्क़ है सौदाई
दो नैन मिले
आ हा हा हा हा हो हो हो
ज़ुल्फों की घनी छांव में सनम
दम भर के लिए जीने दे मुझे
आ हा हा हा हाय हो हो हो हो हो
इस मस्त नज़र की तुझको कसम
आंखों से ज़रा पीने दे मुझे
आंखों से ज़रा पीने दे मुझे
पीना तो कोई दुश्वार नहीं
ओ प्यार के शैदाई बहके तो है रुसवाई
बहके तो है रुसवाई
दो नैन मिले दो फूल खिले
दुनिया में बहार आई
एक रंग नया लाई एक रंग नया लाई
दो नैन मिले
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Do nain mile-Ghoonghat 1960
Artists: Pata nahin kaun
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