पीते पीते कभी-कभी यूं जाम-बैराग १९७६
नायक का ट्रिपल रोल हो. सबसे पहले मुझे बैराग फिल्म ही ध्यान
आती है जिसमें दिलीप कुमार का ट्रिपल रोल है. उसके अलावा एक
और फिल्म याद आती है अमिताभ की महान जिसमें अमिताभ ने
तीन किरदार निभाए थे.
बैराग फिल्म अपने ज़माने की सुपरहिट फिल्म है और इसके गाने
भी खूब बजे. फिल्म से आपको एक रफ़ी का गीत सुनवाते हैं जिसे
आनंद बक्षी ने लिखा है. कल्याणजी आनंदजी ने इसका संगीत तैयार
किया है.
गीत के बोल:
पीते-पीते कभी-कभी यूं जाम बदल जाते हैं
पीते-पीते कभी-कभी यूं जाम बदल जाते हैं
जाम बदल जाते हैं
जाम बदल जाते हैं अरे काम बदल जाते हैं
लोगों के नाम बदल जाते हैं
लोगों के नाम बदल जाते हैं
पीते-पीते कभी-कभी यूं जाम बदल जाते हैं
ये परवाना ए शमा मेहमां है इक रात का
ये परवाना ए शमा मेहमां है इक रात का
दिल की बातें छेड़ दूं डर है बस इस बात का
यहाँ से वहाँ तक जाने में
वहाँ से यहाँ तक आने में
लोग ये कहते हैं जी लोग ये कहते हैं जी
बंद लिफ़ाफ़े में भी दिल के पैग़ाम बदल जाते हैं
पीते पीते
पीते-पीते कभी-कभी यूं जाम बदल जाते हैं
दो रुख हर तस्वीर के हैरां हूँ मैं देख के
हैरां हूँ मैं देख के
है इक चेहरा और भी चेहरे पे हर एक के
चेहरे पे हर एक के
नजर को नजर जो आता है फ़रेबी नज़र कहलाता है
नींद के इक झोंके से आँख के इस धोखे से
आँख के इस धोखे से
राम और श्याम बदल जाते हैं
पीते पीते
पीते-पीते कभी-कभी यूं जाम बदल जाते हैं
पीते-पीते कभी-कभी यूं जाम बदल जाते हैं
पीते-पीते कभी-कभी यूं जाम बदल जाते हैं
पीते-पीते कभी-कभी यूं जाम बदल जाते हैं
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Peete peete kabhi kabhi yun jaam-Bairaag 1976
Artists: Dilip Kumar, Leena Chandavarkar, Saira Bano
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