Feb 17, 2018

बदरा छाये-आया सावन झूम के १९६९

ऋतु बसंत की है और गाना सावन का. ये मावठे की बारिश का
कमाल है जो सावन के गीत याद आने लगते हैं. प्रस्तुत गीत
बदरा, बादल, बारिश, पानी और ससावन श्रेणियों में आने वाला
एक बेहद लोकप्रिय गीत है.

सुनते हैं फिल्म आया सावन झूम के फिल्म का शीर्षक गीत जिसे
लता और रफ़ी ने गाया है. आनंद बक्षी रचयिता हैं इस गीत के
और लक्ष्मीकांत प्यारेलाल संगीतकार.

फिल्म में धर्मेन्द्र और आशा पारेख की प्रमुख भूमिकाएं हैं. इन दोनों
ने जो फ़िल्में साथ की हैं जिनमें उल्लेखनीय हैं मेरा गांव मेरा देश
और समाधि. मेरा गांव मेरा देश का निर्देशन राज खोसला ने किया
था और आया सावन झूम के फिल्म के निर्देशक हैं रघुनाथ झालानी.
फिल्म समाधि के निर्देशक हैं प्रकाश मेहरा.



गीत के बोल:

बदरा हाय ऐ ऐ ऐ
बदरा छाये के झूले पड़ गए हाय
के मेले लग गए ओ मच गयी धूम रे
के आया सावन झूम के हो ओ ओ ओ
आया सावन झूम के
बदरा हो ओ ओ ओ
बदरा छाये के झूमे पर्वत हाय रे
कजरारी बदरिया को चूम के
के आया सावन हो ओ ओ ओ
झूम के आया सावन झूम के

काहे सामने सबके बालमवा तू छेड़े जालमवा
काहे सामने सबके बालमवा तू छेड़े जालमवा
काहे फेंके नज़र की डोरी तू लुक-छुप के गोरी
हो ओ ओ ओ ओ हो
गजरा हाय
गजरा हाय रे बैरी बिखरा जाए रे
मेरे कजरा ओये मच गयी धूम रे
के आया सावन हो ओ ओ ओ
झूम के आया सावन झूम के

जाने किसको किसकी याद आई के चली पुरवाई
जाने किसको किसकी याद आई के चली पुरवाई
जाने किस बिरहन का मन तरसा के पानी बरसा
हो ओ ओ ओ हो
कंगना हाय
कंगना लाये के घर लौट के आये
परदेसी बिदेसवा से घूम के
के आया सावन हो ओ ओ ओ
झूम के आया सावन झूम के

तेरे सेहरे की हैं ये लड़ियाँ के सावन की झडियाँ
तेरे सेहरे की हैं ये लड़ियाँ के सावन की झडियाँ
ये हैं मस्त घटाओं की टोली के तेरी है डोली

धडका जाये हो ओ ओ ओ
धडका जाये रे मेरा मनवा हाय
सजनवा के मच गयी धूम रे
के आया सावन हो ओ ओ ओ
झूम के आया सावन झूम के

बडरा छाये के झूले पड़ गए हाय
के मेले लग गए मच गयी धूम रे
के आया सावन हो ओ ओ ओ
झूम के आया सावन झूम के
आया सावन झूम के आया सावन झूम के
आया सावन झूम के आया सावन झूम के
हो हो ओ ओ ओ ओ ओ ओ
आया सावन झूम के आया सावन झूम के
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Badra chhaye-Aaya sawan jhoom ke 1969

Artists: Dharmendra, Asha Parekh

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