May 21, 2018

कसम है तुझे…पीने से पिलाने से-दीदार १९७०

तरह तरह की कसमें. किसी के नाम की कसम, किसी के जाम
की कसम. इधर तो मैखाने की कसम दिलाई जा रही है. फिल्म
का नाम है दीदार जो सन १९७० की एक फिल्म है. वर्मा मलिक
ने इसे लिखा था और उषा खन्ना ने धुन बनाई. गायक कलाकार
हैं किशोर कुमार और उषा खन्ना.

आपको पिछले साल दीदार से किशोर कुमार का गाया एक रूमानी
गीत सुनवाया था. ऐसा लगता है गीत किसी श्वेत श्याम युग की
फिल्म के लिया तैयार किया गया था जिसे सन १९७० की फिल्म
के लिए इस्तेमाल कर लिया गया. किशोर का एकल गीत ज़रूर
नयी रिकॉर्डिंग है मगर प्रस्तुत गीत १९६५ या ६६ के आसपास की
इजाद सुनाई देती है.



गीत के बोल:


क़सम है तुझे महफ़िल की
मैं नाचूँ तू पी मैं नाचूँ तू हिक
बिलि बिलि वप्पा व वप्पा
बिलि बिलि वप्पा व वप्पा
बिलि बिलि वप्पा व वप्पा
बिलि बिलि वप्पा व वप्पा

पीने से पिलाने से पैमाने से मयख़ाने से
बेगाने से ज़माने से तू बच बचा तू बच बचा
पीने से पिलाने से पैमाने से मयख़ाने से
बेगाने से ज़माने से तू बच बचा तू बच बचा

हे जवानी में कभी किस कभी किस
हे हे हो हो हे हे
जवानी में कभी किसी से आँख न लड़ा
आँख लड़ जाए तो भी दिल ना मिला, हे
दिल मिल जाए भी तो शोर न मचा
मीठे-मीठे वादों पे तू सबको नचा
क्यूँ ?
क्यूँ क्या
यहाँ दिल भी बुरा है दिलदार भी बुरा
इकरार भी बुरा है इनकार भी बुरा
इनकार भी बुरा
पीने से
पिलाने से
पैमाने से
मयख़ाने से
बेगाने से ज़माने से तू बच बचा
तू बच बचा
बिलि बिलि बप्पा ब बप्पा
बिलि बिलि बप्पा ब बप्पा
बिलि बिलि बप्पा ब बप्पा

अरे दिल दे कोई तो कोई तो कोई तो
हे हे हो हो हे
अरे दिल दे कोई तो दिल तोड़ दो बेशक़
आँख जो मिलाये आँखें फोड़ दो बेशक़ हू हू
फूल ना खिले तो टहनी मोड़ दो बेशक़
बुरी दुनिया है इसे छोड़ दो बेशक़
किसलिए ?
किसलिए क्या
नेक नाम भी बुरा बदनाम भी बुरा
आग़ाज़ भी बुरा है अंजाम भी बुरा
अंजाम भी बुरा

पीने से पिलाने से पैमाने से मयख़ाने से
बेगाने से ज़माने से तू बच बचा
तू बच बचा
.........................................................................
Peene se pilane se-Deedar 1970

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