मैं हूँ एक हज्जाम-दो कलियाँ १९६८
गीत. ऐसे गीत और कॉमेडी दृश्य फिल्म से उपजी खीज
और बोरियत को दूर करने का काम करते हैं ताकि दर्शक
अपने आप को ठगा महसूस ना करे और इस भ्रम में रहे
कि उसके टिकट के पूरे पैसे वसूल हो गए हैं.
महमूद ने परदे पर कौन कौन से कामों और व्यवसायों
पर कॉमेडी की है ये एक रिसर्च का विषय हो सकता है.
सुन रहे हैं किताबें लिखने वाले?
चलता फिरता हेयर कटिंग सैलून-ये अभी भी वास्तविक
जीवन में आना बाकी है. हालांकि गांवों में अभी भी कई
जगह पर नाई बाल काटने घरों तक पहुँचते हैं रूटीन में
और विशेष मौकों पर तो उन्हें बुलाया जाता है.
महमूद के लिए मन्ना डे ने ऐसे गीत काफी सारे गाये
हैं. साहिर के बोल और रवि के संगीत वाला ये गीत
फिल्म के दूसरे गीतों की तुलना में कम सुना गया है.
गीत में शायद दक्षिण के डिग्री धारक निर्माता निर्देशकों
को याद किया गया है. महमूद की पीठ पर टंगे बोर्ड
पर बी ए(फेल) लिखा हुआ है.
गीत के बोल:
करा लो अरे घर की खेती साफ करा लो
मुस्लिम को तस्लीम अर्ज़ है
हिन्दू को प्रणाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम
जब जब दूजे का सर मूंडूं
तब तब पाऊँ दाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम
सबकी खातिर खुला हुआ है
इस कैंची का खाता
सबकी खातिर खुला हुआ है
इस कैंची का खाता
क्या पंडित जी क्या मौलाना
सबसे अपना नाता
क्या पंडित जी क्या मौलाना
अरे सफ़ेद बाल
सबके हुलिये चौकस रखना
हम लोगों का काम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम
मुस्लिम को तस्लीम अर्ज़ है
हिन्दू को प्रणाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम
ज़ुल्फें एक्टर छाप बना दू
आ जा ओ मतवाले
आज के दिलबर को भाते है
चेहरे मेंडक वाले
पीछे का ठीक है सामने का ठीक है
ज़ुल्फें एक्टर छाप बना दू
आ जा ओ मतवाले
आज के दिलबर को भाते है
चेहरे मेंडक वाले
सब्ज़ परी भी थे पायेगा
पहले बन गुलफ़ाम
मै हूँ एक हज्जाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम
मुस्लिम को तस्लीम अर्ज़ है
हिन्दू को प्रणाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम
इस पेशे के रूप बहुत हैं
क्या तुमको समझायें
इस पेशे के रूप बहुत हैं
क्या तुमको समझायें
जो ग्राहक के सर को मूंडे
बिज़नेस मैन कहाये
हा हा हा एम्बेसेडर हेराल्ड
पी पी
जो ग्राहक के सर को मूंडे
बिज़नेस मैन कहाये
जो पब्लिक की करे हजामत
ओ हो हो आ हा हा
जो पब्लिक की करे हजामत
उनका लीडर नाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम
मुस्लिम को तस्लीम अर्ज़ है
हिन्दू को प्रणाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम
अरे जब जब दूजे का सर मूंडूं
तब तब पाऊँ दाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम प्यारे
मै हूँ एक हज्जाम
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Main hoon ek hajjam-Do kaliyan 1968
Artist: Mehmood
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