चलो खो जाएँ-ज़ालिम १९७९
में साथ काम किया है उनमें से एक है-ज़ालिम. १९७९
की इस फिल्म का निर्देशन बी सुभाष ने किया है.
बब्बर सुभाष को हालांकि सफलता ८० के दशक में
ज्यादा मिली जब डिस्को डांसर जैसी फिल्म आई.
सुनते हैं इस फिल्म से एक गीत आशा भोंसले और
किशोर कुमार का गाया हुआ. आनंद बक्षी की रचना
के लिए संगीत दिया है लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने.
गीत के बोल:
हो हो हो हो हो हो ओ ओ ओ
आ हा हा हा हा हूँ हूँ हूँ
चलो खो जाएँ चलो खो जाएँ
इन नजारों में हम ढूँढें फूल दिल के
इन बहारों में हम चलो सो जाएँ
खो जाएँ
चलो खो जाएँ
इन नजारों में हम ढूँढें फूल दिल के
इन बहारों में हम चलो खो जाएँ
जब फूल मिल जायें बना लें हम आशियाना
जब फूल मिल जायें बना लें हम आशियाना
आशियाना बन जाए तो देखो ये ज़माना
ये ज़माना हमें ढूंढें तो हम छुप जाएँ इन्हीं
गुल-ओ-गुलज़ारों में
चलो खो जाएँ चलो खो जाएँ
गुल-ओ-गुलज़ारों में गुजारें ये जवानी
गुल-ओ-गुलज़ारों में गुजारें ये जवानी
इस जवानी को बना दें प्यार की हम कहानी
ये कहानी कुछ हो ऐसी
कहानी कोई ऐसी ना हो एक हजारों में
चलो खो जाएँ चलो खो जाएँ
हजारों दीवानों में हम वो दीवाने
दीवाने तुम्हारे हैं आशिक पुराने
हजारों दीवानों में हम वो दीवाने
दीवाने तुम्हारे हैं आशिक पुराने
ये पुराने हैं किस्से नयी हैं ये बातें
हुई है जो इशारों में
चलो खो जाएँ हा आ आ
चलो खो जाएँ
इन नजारों में हम ढूँढें फूल दिल के
इन बहारों में हम चलो खो जाएँ
चलो खो जाएँ
चलो चलो खो जाएँ
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Chalo kho jayen-Zalim 1979
Artists: Vinod Khanna, Leena Chandavarkar
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