तुम्हें अपना साथी बनाने से पहले-प्यार झुकता नहीं १९८५
एक है-प्यार झुकता नहीं. फिल्म में यूँ तो कलाकार बहुतेरे
हैं मगर आपको केवल तीन ही दिखलाई देंगे-मिथुन, पद्मिनी
और डैनी.
शब्बीर कुमार के जो गीत प्रसिद्ध हुए उनमें भी ये गीत काफी
सुना हुआ गीत है. जनता आज भी इसे चाव से सुन लेती है.
लाता मंगेशकर और शब्बीर कुमार का गाया ये गीत लिखा है
एस एच बिहारी ने और इसका संगीत लक्ष्मीकांत प्यारेलाल की
देन है.
गीत क्या है अपने आप में कहानी है. फिल्म का सारांश आपको
केवल इस एक गीत से समझ आ जायेगा. गरीबी हीरो और
अमीर हीरोईन, ये कोम्बिनेशन एक सिद्ध फार्मूला है हिंदी फ़िल्मी
दुनिया का. इस पर बनी अधिकाँश फ़िल्में हिट हुई हैं. वैसे
भी फिल्म के निर्माता के सी बोकाडिया हैं जिन्हें शायद कोई
जादुई छड़ी हाथ लग गयी थी फिल्म हिट करने की. फिल्म के
निर्देशक हैं विजय सदाना. विजय बृज सदाना के भाई हैं.
गीत के बोल:
हजारों आंधियां आयें हजारों बिजलियाँ चमकें
कभी साथी को तनहा राह में छोड़ा नहीं करते
तुम्हें अपना साथी बनाने से पहले
मेरी जान मुझको बहुत सोचना है
मेरी जान मुझको बहुत सोचना है
तुम्हें अपना साथी बनाने से पहले
मेरी जान मुझको बहुत सोचना है
मेरी जान मुझको बहुत सोचना है
मोहब्बत की दुनिया बसाने से पहले
मेरी जान मुझको बहुत सोचना है
तुम्हें अपना साथी बनाने से पहले
मेरी जान मुझको बहुत सोचना है
मेरी जान मुझको बहुत सोचना है
कहाँ से मैं लाऊंगा रेशम की साडी
ये बंगला ये मोटर नहीं ला सकूंगा
मेरा दिल ही बस एक मेरी मिल्कियत है
जो चाहो तो बस मैं यही दे सकूंगा
मगर दिल की धडकन सुनाने से पहले
मेरी जान मुझको बहुत सोचना है
तुम्हें अपना साथी बनाने से पहले
मेरी जान मुझको बहुत सोचना है
मेरी जान मुझको बहुत सोचना है
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Tumhen apna sathi banana ke pehle-Pyar khukta nahin 1985
Artists: Mithun Chakravorty, Padmini Kolhapure, Danny Dengzongpa
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