दिल-ए-नादान पे इस बेईमान-आशिक आवारा १९९३
हैं जिसे अलका याग्निक ने और उदित नारायण ने गाया
है. फिल्मे के शीर्षक गीत के अलावा इस फिल्म का एक
और गीत काफी बजा था. जो कम बजा है मगर मधुर है
वो आपको आज सुनवा रहे हैं.
लक्ष्मीकांत प्यारेलाल खेमे में अनुराधा पौडवाल ने ज़्यादा
गीत गाये हैं. अनुराधा पौडवाल के अलावा कविता कृष्णमूर्ति
ने भी खूब गाये. बिजली गिराने मैं हूँ आई और सौदागर का
शीर्षक गीत कविता ने गाया है.
समय के साथ लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने भी नए गायकों से
गवाना शुरू किया. ९० के दशक में नयी संगीतकारों की
पीढ़ी अलका याग्निक से ज़्यादा गीत गवा रही थी.
गीत आनंद बक्षी का लिखा हुआ है और इस गीत में बिरहा
की आग भी है, बरसात भी है. गीत का संयोजन लक्ष्मी प्यारे
की रूटीन कंपोजिशंस से थोडा अलग है.
गीत के बोल:
दिल-ए-नादान पे इस बेईमान पे
हो ऐतबार कर लिया नहीं करना था
मैंने प्यार कर लिया नहीं करना था
दिल-ए-नादान पे इस बेईमान पे
हाँ ऐतबार कर लिया नहीं करना था
मैंने प्यार कर लिया नहीं करना था
हम तुम ना मिलते तो ठीक होता
ये दर्द ना दिल के नज़दीक होता
हम तुम ना मिलते तो ठीक होता
ये दर्द ना दिल के नज़दीक होता
तुम से गले मिल के तीर कोई दिल के
आर पार कर लिया नहीं करना था
मैंने प्यार कर लिया नहीं करना था
दिल-ए-नादान पे इस बेईमान पे
हो ऐतबार कर लिया नहीं करना था
मैंने प्यार कर लिया नहीं करना था
इन सोये तूफानों को जगाया
क्यूँ दिल के अरमानों को जगाया
इन सोये तूफानों को जगाया
क्यूँ दिल के अरमानों को जगाया
जी और जान को सारे जहाँ को
हो बेकरार कर लिया नहीं करना था
मैंने प्यार कर लिया नहीं करना था
आंसू खरीदे मुस्कान दे दी
दिल क्या दिया मैंने जान दे दी
आंसू खरीदे मुस्कान दे दी
दिल क्या दिया मैंने जान दे दी
इस रूप रंग को अपने अंग अंग को
हो गुनाहगार कर लिया नहीं करना था
मैंने प्यार कर लिया नहीं करना था
दिल-ए-नादान पे इस बेईमान पे
हो ऐतबार कर लिया नहीं करना था
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Dil-e-nadan pe is beimaan pe-Ashik awara 1993
Artists: Mamta Kulkarni, Saif Ali Khan
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