ओ शहीदों तुमपे-दिल परदेसी हो गया २००३
गीत जिसमें शहीदों को श्रद्धांजलि दी जा रही है और याद
किया गया है उनके शौर्य के लिए. उन्हें धन्यवाद दिया
गया है उनके अमूल्य योगदान के लिए.
गीत सोनू निगम ने गाया है और इसे आशुतोष राणा पर
फिल्माया गया है गीतकार सावन कुमार और संगीतकार हैं
उषा खन्ना. इस गीत में सावन कुमार ने सावन शब्द का
प्रयोग कर लिया है.
गीत के बोल:
ओ शहीदों ओ शहीदों
ओ शहीदों ओ शहीदों
तुमपे सारे देश को अभिमान है
तुमपे सारे देश को अभिमान है
जान दी तुमने वतन पे
जान दी तुमने वतन पे हमपे ये एहसान है
ओ शहीदों ओ शहीदों
तुमपे सारे देश को अभिमान है
तुमपे सारे देश को अभिमान है
दुश्मनों की लाशों को भी हमने तो इज्ज़त बख्श दी
दुश्मनों की लाशों को भी हमने तो इज्ज़त बख्श दी
घर में अपने घर दिया ये शान-ए-हिन्दुस्तान है
घर में अपने घर दिया ये शान-ए-हिन्दुस्तान है
ओ शहीदों ओ शहीदों
तुमपे सारे देश को अभिमान है
तुमपे सारे देश को अभिमान है
दिल का टुकड़ा दे दिया हमने तो भाई जान कर
दिल का टुकड़ा दे दिया हमने तो भाई जान कर
प्यार को कमजोरी समझा कितना बेईमान है
प्यार को कमजोरी समझा कितना बेईमान है
ओ शहीदों ओ शहीदों
तुमपे सारे देश को अभिमान है
तुमपे सारे देश को अभिमान है
ना करो गुमराह
ना करो गुमराह लोगों को धर्म के नाम पर
ना करो गुमराह लोगों को धर्म के नाम पर
अगर खुदा तेरा है तो मेरा भी निगेहबान है
अगर खुदा तेरा है तो मेरा भी निगेहबान है
ओ शहीदों ओ शहीदों
तुमपे सारे देश को अभिमान है
तुमपे सारे देश को अभिमान है
ना उठा ना उठा
ना उठा नापाक नज़रें मेरी सरहद की तरफ़
ना उठा नापाक नज़रें मेरी सरहद की तरफ़
भून कर रख दूंगा मेरा नाम हिन्दुस्तान है
भून कर रख दूंगा मेरा नाम हिन्दुस्तान है
ओ शहीदों ओ शहीदों
तुमपे सारे देश को अभिमान है
तुमपे सारे देश को अभिमान है
फिर जो छेड़ी फिर जो छेड़ी
फिर जो छेड़ी जंग तो बरसेगा सावन खून का
फिर जो छेड़ी जंग तो बरसेगा सावन खून का
नक्शों से मिट जायेगी जो भी तेरी पहचान है
नक्शों से मिट जायेगी जो भी तेरी पहचान है
ओ शहीदों ओ शहीदों
तुमपे सारे देश को अभिमान है
तुमपे सारे देश को अभिमान है
जान दी तुमने वतन पे
जान दी तुमने वतन पे हमपे ये एहसान है
ओ शहीदों ओ शहीदों
ओ शहीदों ओ शहीदों
…………………………………………………..
O shaheedon tumpe-Dil pardesi ho gaya 2003
Artist: Ashutosh Rana
0 comments:
Post a Comment