सीने में सुलगता है दिल-लावारिस १९९९
फिल्मों के दृश्यों में भी मिल जाते हैं. ऑडियो में
फ्यूज़न के बाद फ़िल्मी पब्लिक ने सोचा वीडियो
में भी कंफ्यूज़न.. मेरा मतलब फ्यूज़न पैदा किया
जाये. फिल्मकारों के दिमाग में ये वाली लालटेन
गैर फ़िल्मी म्यूज़िक वीडियो की सफलता के बाद
भकाभक जलने लगी.
सुनते हैं एक प्रयोगधर्मी गीत सन १९९९ की फिल्म
लावारिस से. जावेद अख्तर की रचना है और इसका
संगीत राजेश रोशन ने तैयार किया है. इसे गाया है
रूप कुमार राठौड ने. अक्षय खन्ना पर इसे फिल्माया
गया है. मनीषा कोईराला के अलावा आपको कोई और
बाला पहचान में आये तो नाम बतलायें. गीत एक
युगल गीत है और इसमें अलका याग्निक की आवाज़
भी है.
गीत के बोल:
सीने में सुलगता है दिल ग़म से पिघलता है दिल
जितने भी आँसू हैं बहे उतना ही जलता है दिल
कैसी है ये अगन कैसी है ये जलन
कैसी बारिश हुई जल गया है चमन
कैसा ये सितम हो गया पाया जिसे था वो खो गया
लगता है नसीब मेरा हमेशा के लिए सो गया
कैसी है ये अगन कैसी है ये जलन
कैसी बारिश हुई जल गया है चमन
मैं हूँ और यादों की हैं परछाईयां
ठोकरें हैं और हैं रुसवाईयां
दूर तक कुछ भी नज़र आता नहीं
हर तरफ़ फैली हैं बस तन्हाईयां
जलते थे जो मेरे लिए बुझ गए वो सारे दिये
तू ही ये बता दे ज़िंदगी कब तक कोई जिये
कैसी है ये अगन कैसी है ये जलन
कैसी बारिश हुई जल गया है चमन
छा गईं ग़म की घटायें क्या करूं
रो रहीं हैं ये हवायें क्या करूं
घोलती थीं रस जो कानों में कभी
खो गई हैं वो सदायें क्या करूं
जाने अब जाना है कहां
आँखों में है जैसे धुआं
मिलते नहीं हैं रास्ते मिट गये सारे निशां
कैसी है ये अगन कैसी है ये जलन
कैसी बारिश हुई जल गया है चमन
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Seene mein sulagta hai dil-Lawaris 1999
Artists: Akshya Khanna, Manisha Koirala
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