दिल आखिर दिल है(लता)-शीर्षक गीत १९८२
ले कर बनी ऑफबीट फ़िल्में बहुत आईं . इनमें से एक
उल्लेखनीय फिल्म है-दिल आखिर दिल है. परवीन बाबी,
राखी और नसीरुद्दीन शाह फिल्म के प्रमुख कलाकार हैं.
फिल्म १९८२ में रिलीज़ हुई थी.
फिल्म दिल आखिर दिल है से आपने शीर्षक गीत सुना. वो
भूपेंद्र की आवाज़ में है. उसी का दूसरा संस्करण आज सुनेंगे
जो लता मंगेशकर ने गाया है.
ऐसे गीत जो दो संकरण में उपलब्ध हैं उनमें अक्सर
मेल वर्ज़न ज्यादा पॉपुलर हो जाता है, ऐसा क्यूँ इसका
स्पष्ट जवाब हमें नहीं मिल पाया अभी तक. ये फेनोमेना
नए गानों(२००० के बाद वाले) में कंट्रोल में है. कई बार
हमने फीमेल गाने ज्यादा सुने हैं.
यह गीत भी नक्श लायलपुरी का लिखा हुआ है और संगीत
एक बार फिर खय्याम का. दोनों वर्ज़न के बोल अलग अलग
हैं. इसमें भावनाओं क गुबार ज्यादा है. बोलों के लिहाज से ये
वर्ज़न मुझे ज्यादा पसंद है.
गीत के बोल:
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है
किसको सुनायें हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है
किसको सुनायें हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
शिकवा तो है हालात का
उनसे कोई शिकवा नहीं
टूटा है दिल उम्मीद का
रिश्ता अभी टूटा नहीं
किसको सुनायें हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है
माना के है हंसता हुआ
चेहरा ज़माने के लिये
कैसे कहें है ज़ख़्म-ए-दिल
किसको दिखाने के लिए
किसको सुनायें हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है
कश्ती अगर जज़्बात की
तूफ़ान से टकरायेगी
कोई लहर अहसास की
दिल को बहा ले जायेगी
किसको सुनायें हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है
किसको सुनायें हाल-ए-दिल
हाल-ए-दिल
दिल आखिर दिल है
दिल आखिर दिल है
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Dil aakhir dil hai(lata)-Titlesong 1982
Artist: Rakhi, Dina Pathak
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