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Nov 7, 2019

देवी ओ बेबी तू बन जा-मकसद १९८४

जीवन में मकसद होना ज़रूरी है. निर्देशक का मकसद
फिल्म बनाना था तो उसने फिल्म बनाई, कलाकारों का
मकसद एक्टिंग था तो उन्होंने एक्टिंग की. हमारा मकसद
ब्लॉग लिख कर आपको आनंदित करना/बोर करना है
इसलिए लिख रहे हैं.

राजेश खन्ना और श्रीदेवी पर फिल्माया गया एक गाना
सुनते हैं फिल्म मकसद से. ऐसे करिश्माई मकसद आम
जीवन में नहीं हो पाते तो दर्शक फिल्मों में देख के ही
अपनी भड़ास निकल लेता है.

इन्दीवर का गीत है, बप्पी लहरी का संगीत और इसे गाया
है किशोर कुमार ने. कार लेफ्ट हैंड ड्राइव है जिस पर
गौर फरमाएं. ताज़ा नया प्यार जैसे सब्जी मंडी में ताज़ा
फूल गोभी.





गीत के बोल:

देवी ओ बेबी मैंने कहा आ हा बन जा मेरी बीबी
देवी ओ बेबी तू बन जा मेरी बीबी
देवी ओ बेबी तू बन जा मेरी बीबी
पलकों पे बिठा के रखूंगा
तुझे दिल में छुपा के रखूंगा
अरे तेरे लिए लड़ जाऊँगा मैं सारी दुनिया से से से से
देवी ओ बेबी तू बन जा मेरी बीबी

ओ नाजनीना तेरे मन की बीना मैं छेडूंगा ऐसे जतन से
ताज़ा नए प्यार की एक झंकार निकलेगी तेरे बदन से
हाय स्वीटी पाई हाय स्वीटी पाई

ओ नाजनीना तेरे मन की बीना मैं छेडूंगा ऐसे जतन से
ताज़ा नए प्यार की एक झंकार निकलेगी तेरे बदन से
इज़हार का तू एक प्यार का तू मौका तो मुझको दे दे दे दे

देवी ओ बेबी तू बन जा मेरी बीबी
पलकों पे बिठा के रखूंगा
तुझे दिल में छुपा के रखूंगा
अरे तेरे लिए लड़ जाऊँगा मैं सारी दुनिया से
देवी ओ बेबी तू बन जा मेरी बीबी

फूलों की सेजों पे बाहों की वरमाला पहना के मुझको सुलाना
सर मेरा सहला के चुम्बन तू बरसा के ख्वाबों से मुझको जगाना
ओ मे फेयर बेबी ओ माय ब्यूटी
फूलों की सेजों पे बाहों की वरमाला पहना के मुझको सुलाना
सर मेरा सहला के चुम्बन तू बरसा के ख्वाबों से मुझको जगाना
मेरी अर्ज है तेरा फ़र्ज़ है शादी मुझसे कर ले ले ले ले

देवी ओ बेबी तू बन जा मेरी बीबी
पलकों पे बिठा के रखूंगा
तुझे दिल में छुपा के रखूंगा
अरे तेरे लिए लड़ जाऊँगा मैं सारी दुनिया से
देवी ओ बेबी तू बन जा मेरी बीबी
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Devi o baby too ban ja-Maqsad 1984

Artists: Rajesh Khanna, Sridevi, Amjad Khan, Asrani

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Jul 28, 2017

आ जाओ नागराजा-मकसद १९८४

नाग पंचमी के शुभ अवसर पर सुनते हैं १९८४ की फिल्म
मकसद से एक गीत किशोर कुमार का गाया हुआ. हमारी
संस्कृति से नाग-नागिन का पुराना सम्बन्ध है. नाग-नागिन
वाली थीम पर करीब ५० से ज्यादा फ़िल्में मौजूद हैं हिंदी
फिल्मों के खजाने में. लेटेस्ट फिल्म जो आपने देखी होगी
वो है मल्लिका शेरावत अभिनीत फिल्म हिस्स.

प्रस्तुत गीत इन्दीवर का लिखा, बप्पी लहरी द्वारा संगीतबद्ध
किया हुआ है.दो गायकों की जगह एक ही से काम चलाया
गया है दो नायकों के लिये. 😃




गीत के बोल:

आ जाओ आ जाओ नागराजा तुम आ जाओ
आ जाओ आ जाओ नागराजा तुम आ जाओ
हज़ारों फन फुँफकारें आओ भरते हुंकारें
कंठ शंकर का छोड़ो रे
आज विष्णु को जगा दो गगन पाताल हिला दो
आज प्रलय मचा दो रे
आ जाओ आ जाओ नागराजा तुम आ जाओ
आ जाओ आ जाओ नागराजा तुम आ जाओ

कालरूप विकराल रूप भूचाल मचाते आओ
तक्षक हो तुम रक्षक हो तुम अक्षक बन के दिखाओ
कालरूप विकराल रूप भूचाल मचाते आओ
तक्षक हो तुम रक्षक हो तुम अक्षक बन के दिखाओ
ज़हर से ज़हर मरेगा ना पापी कोई बचेगा
करेगा सो भरेगा रे
बनो तुम विष की ज्वाला हो दुर्जन का मुँह काला
सज्जन का रक्षण करो रे
आ जाओ आ जाओ नागराजा तुम आ जाओ
आ जाओ आ जाओ नागराजा तुम आ जाओ

तुम अनाथ डोले दिग दिगन्त हर साँस में इक तूफ़ाँ है
तुम भुजंग चले मौत संग तुम जहां हो जीत वहाँ है
तुम अनाथ डोले दिग दिगन्त हर साँस में इक तूफ़ाँ है
तुम भुजंग चले मौत संग तुम जहां हो जीत वहाँ है
फ़रेबी दुष्ट दरिन्दे बढ़ा कर अपने पंजे
हमको निगलने खड़े
सत्य की जीत करा दो धरम का दीप जला दो
धरती का बोझ हटा दो
आ जाओ आ जाओ नागराजा तुम आ जाओ
आ जाओ आ जाओ नागराजा तुम आ जाओ

हज़ारों फन फुँफकारें आओ भरते हुंकारें
कंठ शंकर का छोड़ो रे
आज विष्णु को जगा दो गगन पाताल हिला दो
आज प्रलय मचा दो रे
आ जाओ आ जाओ नागराजा तुम आ जाओ
आ जाओ आ जाओ नागराजा तुम आ जाओ
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Aa jao aa jao naagraja-Maqsad 1984

Artists: Rajesh Khanna, Jeetendra, jaya Prada, Sridevi

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May 7, 2017

गुस्सा छोड़ दिल न तोड़-मकसद १९८४

इन्दीवर और बप्पी लहरी की जुगलबंदी वाला क्लासिक गीत सुनते
हैं फिल्म मकसद से. हरियाली और खुशहाली से भरपूर इन दक्षिण
भारत निर्मित हिंदी फिल्मों ने एक समय आम जनता का खूब
मनोरंजन किया है.

गीत गाया है किशोर कुमार ने. गीत के तीसरे अंतरे में कुछ ऐसा
होता है जिसे देख के वो कहावत याद आती है-गई भैंस पानी में.
ये आपको वीडियो देखने पर ही पता चल पायेगा. इस पोस्ट को
कॉपी करने से मालूम नहीं पड़ेगा.



गीत के बोल:


हे गुस्सा छोड़ दिल न तोड़ बिगड़ न घड़ी घड़ी
गुस्सा छोड़ दिल न तोड़ बिगड़ न घड़ी घड़ी
किस माँ ने जन्म दिया धो के हाथ तू पीछे पड़ी
गुस्सा छोड़ दिल न तोड़ बिगड़ न घड़ी घड़ी
वणक्कम
गुस्सा छोड़ दिल न तोड़ बिगड़ न घड़ी घड़ी

ऊ ऊ ऊ ऊ
डन्डे से क्यों मारे हम तो आँखों से मर जाएंगे
तू जो कहे तो गली क्या दुनिया से गुज़र जाएंगे
आलाबू आलाबू आलाबू आलाबू
आलाबू आलांबू आलांबू आलाबू
वणक्कम
गुस्सा छोड़ दिल न तोड़ बिगड़ न घड़ी घड़ी

ऊँची हवेली वाली ये आदत कहाँ से सीखी
लड्डू जैसी मीठी उई मिर्ची जैसी तीखी
आलाबू आलाबू आलाबू आलाबू
आलाबू आलांबू आलांबू आलाबू
वणक्कम
गुस्सा छोड़ दिल न तोड़ बिगड़ न घड़ी घड़ी

जितना हसीन बदन है दिल भी हसीं बना ले
डंक मार ले लेकिन शहद भी ज़रा पिला दे
आलाबू आलाबू आलाबू आलाबू
आलाबू आलाबू आलाबू आलाबू
वणक्कम
गुस्सा छोड़ दिल न तोड़ बिगड़ न घड़ी घड़ी
किस माँ ने जन्म दिया धो के हाथ तू पीछे पड़ी
गुस्सा छोड़ दिल न तोड़ बिगड़ न घड़ी घड़ी
वणक्कम
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Gussa chhod dil na tod-Maqsad 1984

Artists: Jeetendra, Jaya Prada

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May 6, 2017

हाय हाय हाय गर्मी है-मकसद १९८४

८० का दशक अपने अनूठेपन के लिए याद किया जायेगा.
डिस्को के आगमन के साथ साथ हमें दक्षिण की मसाला
फ़िल्में भी खूब देखने को मिलीं. फिल्मकार दक्षिण के और
कलाकार बॉलीवुड के. हालांकि ये पहले भी होता रहा था
श्वेत श्याम के युग में मगर समय के साथ साथ कथानक
चयन और प्रस्तुतीकरण में काफी बदलाव आये. गीतों में
डब्बे, टीन कनस्तर, गेंदें, बाल्टियाँ, फल सब्जियों के साथ
हमें नायक नायिका उछलते कूदते दिखलाई देने लगे.

इसी दौर में गज़लों का चलन भी बढ़ा और शुद्धतावादी जिन्हें
आम जनता सरफिरा कहती है, थोड़े कन्फ्यूज हो गए क्या
सुनें और उन्होंने बप्पी लहरी के संगीत वाली ऐसी दक्षिण की
फिल्मों और उनके संगीत की शान में कसीदे काढने शुरू कर
दिए. इनमें से अधिकांश में इन्दीवर के लिखे गीत हैं. ऐसे
गीत आम जनता ने खूब पसंद किये और खूब सुने. खास
वर्ग थोडा अपने आप को सुपीरियर समझते हुए आर्ट फिल्मों
से ज्यादा चिपकता है या उन कलात्मक फिल्मों से जिनमें
से अधिकाँश बॉक्स ऑफिस पर ओंधे मुंह गिरती हैं. आज
समय बदल गया है. अब तो कौन सी फिल्म क्या है समझने
के लिए आपको दिमाग खपाना पड़ेगा.

ये घरेलू किस्म का गीत लिखा है इन्दीवर ने जिसमें अब्बा और
अम्मा  दोनों को याद किया गया है. राजेश खन्ना और श्रीदेवी
पर इसे फिल्माया गया है.किशोर के साथ एस जानकी ने इसे
गाया है.





गीत के बोल:

हाय हाय हाय गर्मी है कहाँ है साँसों में
हाय हाय हाय तूफ़ान है अरे कहाँ है सीने में
तू प्यार की बरसात कर उबलने लगा है बदन
अब्बा अम्मा अब्बा अम्मा अब्बा अम्मा
अब्बा ऊ ई आ ऊ ई आ
होए होए होए अग्नि है कहाँ है होंठों में
होए होए होए शोले हैं कहाँ हैं आँखों में
तू प्यार की बरसात कर जलने लगा है बदन
अब्बा अम्मा अब्बा अम्मा अब्बा अम्मा
अब्बा ऊ ई आ ऊ ई आ

दे दे दे दे दे दे प्यार मुझे दे दे
ले ले ले ले ले ले दिल मेरा ले ले
अडिप्पा अडिप्पा अडिप्पा
आ आ आ आ आ आ और पास आ ना
जा जा जा जा जा जा अभी ना सताना
रोज तू मुलाक़ात कर मचलने लगा मेरा मन
अब्बा अम्मा अब्बा अम्मा अब्बा अम्मा
अब्बा ऊ ई आ ऊ ई आ

हाय हाय हाय गर्मी है कहाँ है साँसों में
होए होए होए तूफ़ान है अरे कहाँ है सीने में
तू प्यार की बरसात कर उबलने लगा है बदन
अब्बा अम्मा अब्बा अम्मा अब्बा अम्मा
अब्बा ऊ ई आ ऊ ई आ

किस किस किस किस किस किस उलझन में पढ़ गई
धक् धक् धक् धक् धक् धक् धडकन बढ़ गई
अडिप्पा अडिप्पा अडिप्पा
अरे क्या क्या क्या क्या क्या क्या आँख कहीं लड़ गई
हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ हाँ बरछी गड गई
प्यार तू दिन रात कर प्यासा है मेरा जीवन
अब्बा अम्मा अब्बा अम्मा अब्बा अम्मा
अब्बा ऊ ई आ ऊ ई आ

हाय हाय हाय गर्मी है कहाँ है साँसों में
होए होए होए तूफ़ान है अरे कहाँ है सीने में
तू प्यार की बरसात कर उबलने लगा है बदन
अब्बा अम्मा अब्बा अम्मा अब्बा अम्मा
अब्बा ऊ ई आ ऊ ई आ
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Haaye haaye haaye garmi hai-Maqsad 1984

Artists: Rajesh Khanna, Sridevi

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