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May 24, 2018

रंगोली सजाओ रे-रंगोली १९६२

शंकर जयकिशन के संगीत की खूबियों में उनकी फिल्मों के शीर्षक
गीत भी हैं जो काफी तबियत से बनाये गए हैं चाहे वो अप्रैल फूल
फिल्म का ही शीर्षक गीत क्यूँ ना हो. उनके समय में जी डी पी,
इन्फ्लेशन जैसे शब्द चलन में नहीं थे और ना ही ऐसे विषयों पर
फ़िल्में बना करती थीं, अन्यथा हमें इन विषयों के भी शीर्षक गीत
आज सुनने को मिलते.

सुनते हैं किशोर कुमार का गाया गीत जिसे हसरत जयपुरी ने लिखा
है. फिल्म का नाम है रंगोली 





गीत के बोल:

रंगोली सजाओ रे रंगोली सजाओ
रंगोली सजाओ रे रंगोली सजाओ
तेरी पायल मेरे गीत आज बनेंगे दोनों मीत
रंगोली सजाओ रे रंगोली सजाओ
तेरी पायल मेरे गीत आज बनेंगे दोनों मीत
रंगोली सजाओ

नीलगगन पर चमका तारा मैने समझा तेरा इशारा
बन गई धड़कन प्रेम संदेसा शायद मुझको तूने पुकारा
तेरे दर पर लाई प्रीत तेरे दर पर लाई प्रीत
रंगोली सजाओ रे रंगोली सजाओ
तेरी पायल मेरे गीत आज बनेंगे दोनों मीत
रंगोली सजाओ

दर्द के सुर में राग है मेरा प्यार की लय पर नाच है तेरा
जीवन बीना बाजे सुरीली जो सुर बोले नाम ले तेरा
अर्पण तुझ पर हर संगीत अर्पण तुझ पर हर संगीत
रंगोली सजाओ रे रंगोली सजाओ
तेरी पायल मेरे गीत आज बनेंगे दोनों मीत
रंगोली सजाओ

भटके दिल को राह दिखा दो हर मंजिल पर दीप जला दो
जैसे रंगोली रंग भरी है ऐसे दिल में फूल खिला दो
हो के रहेगी प्यार की जीत हो के रहेगी प्यार की जीत
रंगोली सजाओ रे रंगोली सजाओ
तेरी पायल मेरे गीत आज बनेंगे दोनों मीत
रंगोली सजाओ रे रंगोली सजाओ
तेरी पायल मेरे गीत आज बनेंगे दोनों मीत
रंगोली सजाओ
............................................................................
Rangoli sajao re-Rangoli 1962

Artists: Kishore Kumar, Vaijayantimala

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May 17, 2018

एक नज़र किसी ने देखा-रंगोली १९६२

एक श्वेत श्याम युग का गीत सुनते हैं. इस मधुर युगल गीत को
गाया है किशोर कुमार और लता मंगेशकर ने.

शैलेन्द्र का गीत है और शंकर जयकिशन का संगीत.इस फिल्म के
पिछले गीत के समय हमने बूमरेंग इफेक्ट की बात की थी,  अगर
आपकी नज़र में ना आई तो वो पोस्ट अवश्य पढ़ें.




गीत के बोल:

एक नज़र किसी ने देखा और दिल हुआ दीवाना
है बात बस इतनी सी और बन गया अफसाना
एक नज़र किसी ने देखा और दिल हुआ दीवाना
है बात बस इतनी सी और बन गया अफसाना

चोरी चोरी बगिया में आई जो बहार
कलियों की अँखियों से छलका ख़ुमार
चोरी चोरी बगिया में आई जो बहार
कलियों की अँखियों से छलका ख़ुमार
छुप छुप किसी से नज़र हुई चार
कोई दिल जीत गया कोई गया हार
मन मेरे झूम तारों को चूम आया तेरा ज़माना

इक नज़र किसी ने देखा और दिल हुआ दीवाना
है बात बस इतनी सी और बन गया अफ़साना

बाजे मोरा बिछुआ ठुमक चलूँ चाल
धक धक दिल मेरा देता जाए ताल
बाजे मोरा बिछुआ ठुमक चलूँ चाल
धक धक दिल मेरा देता जाए ताल
उड़े है चुनर जैसे शायर का ख़याल
जाने कैसे जादू ले के आया है ये साल
आँखें चुराऊँ छुप छुप के गाऊँ मैं एक नया तराना

एक नज़र किसीने देखा और दिल हुआ दीवाना
है बात बस इतनी-सी और बन गया अफ़साना

नई-नई दुनिया है मैं हूँ अनजान
अभी अभी किसी से हुई है पहचान
नई नई दुनिया है मैं हूँ अनजान
अभी अभी किसी से हुई है पहचान
सोच सोच हार गया मैं हूँ हैरान
तुम्हें किस नाम से पुकारूँ मेहमान
सपना कहूँ के अपना कहूँ के रंगीन इक फ़साना

इक नज़र किसी ने देखा और दिल हुआ दीवाना
है बात बस इतनी सी और बन गया अफ़साना
एक नज़र किसी ने देखा और दिल हुआ दीवाना
है बात बस इतनी सी और बन गया अफ़साना
……………………………………………………………
Ek nazar kisi ne dekha-Rangoli 1962

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Feb 21, 2017

छोटी सी ये दुनिया २-रंगोली १९६२

दुनिया बहुत छोटी और गोल है. इस गीत को सुनते ही और
अपने समय के साथ इकट्ठे किये अनुभवों के आधार पर
कोई भी सयाना व्यक्ति ये कह सकता है. इस गीत के किशोर
वाले वर्ज़न के समय भी हमने ये बात की थी.

विज्ञान में न्यूटन के तीसरे नियम से समझ लें या आध्यात्म
के हिसाब से, की गईं या संप्रेषित क्रियाएँ बूमरेंग की तरह वापस
लौटती हैं. बूमरेंग का आकार और रूप अलग हो सकता है. यही
बात विचारों और ध्वनि पर भी लागू है. आप हवा में बुरे विचार
या अपशब्द छोड़ेंगे तो प्रत्युत्तर में आपको किसी न किसी रूप में
वो सब वापस मिलेगा मूल रूप में या सूद समेत. अच्छा करेंगे तो
अच्छा मिलेगा, बुरा करेंगे तो बुरा मिलेगा. मिलेगा ज़रूर.

सुनते हैं लता का गाया और वैजयंतीमाला पर फिल्माया गया ये
कर्णप्रिय गीत. किशोर वाला वर्ज़न तटस्थ किस्म का है और ये
वर्ज़न थोडा दुखी सा.



गीत के बोल:

छोटी सी ये दुनिया पहचाने रास्ते हैं
तुम कहीं तो मिलोगे कभी तो मिलोगे
तो पूछेंगे हाल
छोटी सी ये दुनिया पहचाने रास्ते हैं
तुम कहीं तो मिलोगे कभी तो मिलोगे
तो पूछेंगे हाल
छोटी सी ये दुनिया

सीखा नहीं हमारे दिल ने प्यार में धीरज खोना
आग में जल के भी जो निखरे वही है सच्चा सोना
हाँ वही है सच्चा सोना

छोटी सी ये दुनिया पहचाने रास्ते हैं
तुम कहीं तो मिलोगे कभी तो मिलोगे
तो पूछेंगे हाल
छोटी सी ये दुनिया पहचाने रास्ते हैं
तुम कहीं तो मिलोगे कभी तो मिलोगे
तो पूछेंगे हाल
छोटी सी ये दुनिया

मेरा पहला प्यार और आखिरी भी इस जीवन का
एक बार होता है जग में रिश्ता मन से मन का
हाँ रिश्ता मन से मन का

छोटी सी ये दुनिया पहचाने रास्ते हैं
तुम कहीं तो मिलोगे कभी तो मिलोगे
छोटी सी ये दुनिया पहचाने रास्ते हैं
तुम कहीं तो मिलोगे कभी तो मिलोगे
तो पूछेंगे हाल
तो पूछेंगे हाल
छोटी सी ये दुनिया
........................................................................
Chhoti si ye duniya(Lata)-Rangoli 1962

Artist: Vaijayantimala

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Jan 18, 2017

छोटी सी ये दुनिया १-रंगोली १९६२

दुनिया बहुत छोटी है और गोल है. कुछ नियमित अंतराल के
बाद चीज़ें, आदमी सब लौट के आते हैं आपके जीवन में.

फिल्म रंगोली के गीत में नायक नायिका से कुछ यही बात
कह रहा है. किशोर के गाये लोकप्रिय गीतों में से एक है ये.
फिल्म के संगीतकार हैं शंकर जयकिशन. ये गीत लता की
आवाज़ में भी उपलब्ध है.



गीत के बोल:

छोटी सी ये दुनिया पहचाने रास्ते हैं
तुम कहीं तो मिलोगे कभी तो मिलोगे
तो पूछेंगे हाल
छोटी सी ये दुनिया पहचाने रास्ते हैं
तुम कहीं तो मिलोगे कभी तो मिलोगे
तो पूछेंगे हाल
छोटी सी ये दुनिया

हम तो ये समझेंगे हमने एक पत्थर को पूजा
लेकिन तुमको अपने जैसा नहीं मिलेगा दूजा
नहीं मिलेगा दूजा

छोटी सी ये दुनिया पहचाने रास्ते हैं
तुम कहीं तो मिलोगे कभी तो मिलोगे
तो पूछेंगे हाल
छोटी सी ये दुनिया

सीखा नहीं हमारे दिल ने प्यार में धीरज खोना
आग में जल के भी जो निखरे है वही सच्चा सोना
है वही सच्चा सोना

छोटी सी ये दुनिया पहचाने रास्ते हैं
तुम कहीं तो मिलोगे कभी तो मिलोगे
तो पूछेंगे हाल
छोटी सी ये दुनिया

दिल की दौलत मत ठुकराओ देखो पछताओगे
आज चले जाते हो जैसे लौट के भी आओगे
लौट के भी आओगे

छोटी सी ये दुनिया पहचाने रास्ते हैं
तुम कहीं तो मिलोगे कभी तो मिलोगे
तो पूछेंगे हाल
छोटी सी ये दुनिया
...................................................................................
Chhoti si ye duniya-Rangoli 1962

Artists: Kishore Kumar, Vaijayantimala

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