ए सागर की लहरों-समुन्दर १९८६
एक है समुन्दर जिसमे समुद्र को बेहद खूबसूरत दिखाया गया है।
गीत में सनी देओल और पूनम ढिल्लों समुद्र के किनारे और मध्य
में संगीतमय कलाबाजियां दिखा रहे हैं । तरह तरह की बोट आपको
इस गीत में देखने को मिलेंगी।
लता मंगेशकर और किशोर कुमार के गाये इस युगल को गीत लिखा
है आनंद बक्षी ने और धुन बनाई है राहुल देव बर्मन ने ।
गीत के बोल:
प्यार समुन्दर से है गहरा
इसमे कहीं हम डूब न जायें
दिल चाहे तूफ़ान से खेलें
साहिल पर वापस न आयें
ऐ सागर की लहरों
हम भी आते हैं ठहरो
ऐ सागर की लहरों
हम भी आते हैं ठहरो
हो, साहिल साहिल मंजिल मंजिल
हमको ले चलो
ऐ सागर की लहरों
हम भी आते हैं ठहरो
ऐ सागर की लहरों
हम भी आते हैं ठहरो
जैसा बेदाम ये
एक दिल नादाँ है
हो, देखें ऐसा कहीं
कोई तूफ़ान है
जैसा बेदाम ये
एक दिल नादाँ है
अरे, देखें ऐसा कहीं
कोई तूफ़ान है
ला ला ला, ला ला ला, ला ला ला, ला ला ला , हो
बस्ती बस्ती कश्ती कश्ती हमको ले चलो
ऐ सागर की लहरों
हम भी आते हैं ठहरो
हो, मेरी महबूब सा
क्या है कोई हसीं
हो, मेरे दिलदार सा
आशिक कोई नहीं
हो, मेरी महबूब सा
क्या है कोई हसीं
हो, मेरे दिलदार सा
आशिक कोई नहीं
ला ला ला, ला ला ला, ला ला ला, ला ला ला , हो
सेहरा सेहरा दरिया दरिया हमको ले चलो
ऐ सागर की लहरों
हम भी आते हैं ठहरो
हो, साहिल साहिल मंजिल मंजिल
हमको ले चलो
ऐ सागर की लहरों
हम भी आते हैं ठहरो
ये दुनिया छोड़ के
रह जाए हम वहां
हे, हम दोनों के सिवा
कोई न हो जहाँ
ये दुनिया छोड़ के
रह जाए हम वहां
अरे, हम दोनों के सिवा
कोई न हो जहाँ
ला ला ला, ला ला ला, ला ला ला, ला ला ला , हो
चलते चलते रस्ते रस्ते हमको ले चलो
ऐ सागर की लहरों
हम भी आते हैं ठहरो
ऐ सागर की लहरों
हम भी आते हैं ठहरो
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Ae sagar ki lehron-Samundar 1986
Artists: Sunny Deol, Poonam Dhillon
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