जयपुर की चोली मंगवा दे-गहरी चाल १९७३
ये गाना जिसमे जयपुर की चोली का जिक्र है, फ़िल्म गहरी चाल का है
जो जीतेंद्र और हेमा मालिनी पर फिल्माया गया है ।
किशोर और आशा का गाया ये गाना लक्ष्मीकांत प्यारेलाल के ख़जाने
से है। इसके बोल राजेंद्र कृष्ण ने लिखे हैं। अधिकतर फिल्मों में
आनंद बक्षी लक्ष्मी प्यारे के जोड़ीदार रहे हैं किंतु कुछ शुरुआती दौर की
फिल्मों में उनके साथ मजरूह और कई नामचीन गीतकारों ने काम
किया है। गीत में नायिका विशेष किस्म की चोली की मांग कर रही है
-लोकेट के कट वाली। हेमा मालिनी का नृत्य ज़बरदस्त है इस गीत
में ।
गीत के बोल:
जयपुर की चोली मंगवा दे रे सैयां
केसर के रंग में रंगवा दे सैयां
जयपुर की चोली मंगवा दे रे सैयां
केसर के रंग में रंगवा दे सैयां
ऐ जयपुर की चोली क्या तेरे इशारे पर
लिख दूं मैं नाम तेरे जयपुर खरीद कर
ऐ जयपुर की चोली क्या तेरे इशारे पर
लिख दूं मैं नाम तेरे जयपुर खरीद कर
जयपुर की चोली मंगवा दे रे सैयां
केसर के रंग में रंगवा दे सैयां
चोली के पीछे लोकेट का कट हो
याद रख बालमा ये काम झटपट हो
हो हो हो हो हो हो हो हो हो
चोली के पीछे लोकेट का कट हो
याद रख बालमा ये काम झटपट हो
ये झटपट होगा फटाफट होगा
मोहब्बत की खातिर फटाफट होगा
चूड़ियों से भर दूंगा तेरी कलियाँ
चूड़ियों से भर दूंगा तेरी कलियाँ
जयपुर की चोली मंगवा दे रे सैयां
केसर के रंग में रंगवा दे सैयां
हे हे आ हा, हो हो, हो हो
आ हा, आ हा, हे हे, आ हा
पहन के वो चोली मैं जाऊंगी आगरा
आगरे से ले देना सैयां मुझे घाघरा
हो हो हो हो हो हो हो हो हो
पहन के वो चोली मैं जाऊंगी आगरा
आगरे से ले देना सैयां मुझे घाघरा
ओ घाघरा ले दूं मैं आगरा भी ले दूं
बनवा के सोने का ताज महल दे दूं
मगर शर्त ये है, के लूँगा बलैयां
मगर शर्त ये है, के लूँगा बलैयां
जयपुर की चोली मंगवा दे रे सैयां
केसर के रंग में रंगवा दे सैयां
जयपुर की चोली मंगवा दे रे सैयां
केसर के रंग में रंगवा दे सैयां
ऐ जयपुर की चोली क्या तेरे इशारे पर
लिख दूं मैं नाम तेरे जयपुर खरीद कर
ऐ जयपुर की चोली क्या तेरे इशारे पर
लिख दूं मैं नाम तेरे जयपुर खरीद कर
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Jaipur ki choli mangwa de-Gehri Chaal 1973
Artists: Jeetendra, Hema Malini,
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