अरे हो, गोरिया कहाँ तेरा देस रे-कारवां १९७१
कारवां फ़िल्म के दोनों युगल गीत एक पुकार से शुरू
होते हैं । एक में सोणिये को पुकारा जा रहा है और
इसमे गोरिया को । दोनों ही श्रोताओं द्वारा सराहे गए और
बहुत सुने गए। इस युगल गीत में गायिका बदल गई है।
ये आशा भोंसले रफ़ी का साथ दे रही हैं। बोल मजरूह के हैं
और धुन आर डी बर्मन की।
गाने के बोल:
हे गोरिया जल्दी आ रे ...
अरे हो, गोरिया कहाँ तेरा देस रे, गोरिया कहाँ तेरा देस
अरे हो, तोहे देखूँ तो लागे ठेस रे, गोरिया कहाँ तेरा देस
ह्म्म्म... लाल लाल लाल चुनर ओढ़े, बन में फिरे बहार
है गाल गाल सुलगे रे तेरा, जिया जले हमार
हो ओ ... छैयां पड़े जहाँ तोरी रे
हो ... डगर वहीं साजन मोरी रे
ह्म्म्म... आहिं ह्म्म्म... आहिं
या या या या या या आहिं
अरे हो बदला कैसे तूने भेस रे, गोरिया कहाँ तेरा देस
हुर्र आ हा, तकधिन
ओय, ओय, ओय, ओय, ओय, ओय, ओय, ओय
घूम घूम के गली गली, जाना पिया के द्वार
ओ मोड़ मोड़ पे गोरी तेरी, पायल करे पुकार
हो ... राह में पायल मोरी बाजेगी
ओ ... धरती गगन तले नाचेगी
ह्म्म्म... आहिं ह्म्म्म... आहिं
या या या या या या आहिं
अरे हो मुख पे उड़े काले केस रे, गोरिया कहाँ तेरा देस
नैन नैन में काजल डाले, ढूंढूं पिया का हाथ
ओ देख देख रे उड़ता बादल, ना दिन रुके न रात
ओ ... उजियारा है, कहीं अंधेरा
आ ... साँझ कहीं, कहीं सवेरा
हूँ ... आहिं हूँ ... आहिं
या या या या या या आहिं
अरे हो बंजारों का नहीं देस रे, गोरिया कहाँ तेरा देस
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