अरे काहे को काहे को मेरे पीछे -चोरी मेरा काम १९७५
शशि कपूर पर फिल्माए गए तेज़ गीत थोड़े कम देखने
को मिलते हैं हिन्दी फिल्मों में। ये गीत नोक झोंक और तकरार
वाला है जिसके अंत में नोक झोंक ख़त्म हो जाती है। जीनत अमन
की उपस्थिति इस गाने को रोचक बना रही है। गीत गाया है आशा भोंसले
और किशोर कुमार ने । इसके बोल लिखे हैं वर्मा मालिक ने और धुन
बनाई है कल्यानजी आनंदजी ने।
गाने के बोल:
अरे काहे को काहे को मेरे पीछे पड़ी है
अरे काहे को काहे को मेरे पीछे पड़ी है
जहाँ जहाँ जाऊं मैं वहाँ तू खड़ी है
तेरी समझ गया मैं चालाकी
तेरी समझ गया मैं चालाकी
तू लड़की बड़ी है लड़ाकी
कभी अदाएं दिखलाती है
कभी तू मुझसे टकराती है
समझ गया तू क्या चाहती है
क्या
दिल दिल दिल
ये ,ले
हुंह , दिल
रख रख रख दिल अपने तू पास रे
रख रख रख दिल अपने तू पास रे
तेरे जैसे मेरे पीछे फिरते पचास रे
तू समझ रहा है जैसी
तू समझ रहा है जैसी
मैं लड़की नहीं हूँ वैसी
बार बार तू धमकाता है
मुझको रौब तू दिखलाता है
समझ गई तू क्या चाहता है
क्या
दिल दिल दिल
अरे ये, ले
होना था हरजाई
तो मेरे सपनों में क्यूँ आई
होना था हरजाई
तो मेरे सपनों में क्यूँ आई
सपनों में तो प्यार करे
और सामने करे लड़ाई
हाँ हाँ, सामने करे लड़ाई
चाहे मेरे पाँव पडेगा
यहाँ न तेरा ज़ोर चलेगा
नहीं चलेगा नहीं चलेगा
क्या
दिल दिल दिल
अरे ये, ले
काहे को काहे को मेरे पीछे पीछे पडा है
काहे को काहे को मेरे पीछे पीछे पडा है
जहाँ जहाँ जाऊं वहीँ तू खडा है
तेरी समझ गई मैं चालाकी
तू लड़की बड़ी है लड़ाकी
कभी अदाएं दिखलाती है
कभी तू मुझसे टकराती है
समझ गया तू क्या चाहती है
क्या
दिल दिल दिल
ये, ले
जो दिल देने निकले हो
तो प्यार भी करना सीखो
जो दिल देने निकले हो
तो प्यार भी करना सीखो
कुछ प्रेम में जीना सीखो
कुछ प्यार में मरना सीखो
ओ, कुछ प्यार में मरना सीखो
अच्छा
हाँ
प्यार में मरना सिखला दे तू
प्यार में जीना सिखला दे तू
जल्दी जल्दी बतला दे तू
जल्दी जल्दी समझा दे तू
समझोगे
समझूंगा
सीखोगे
सीखूंगा
किसी और से प्यार न करना
नहीं करूंगा
किसी और पे कभी न मरना
नहीं मरूंगा
कहूं जैसा तू वैसा ही करना
बाबा वहीँ करूंगा
फिर एक निशानी मैं देती हूँ
दिल की बात तुम्हें कहती हूँ
याद करोगे क्या कहती हूँ
क्या
दिल दिल दिल
अरे ये ले
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