Nov 29, 2009

डर ना मोहब्बत कर ले -अंदाज़ १९४९

जो डर गया वो मर गया। प्रेमियों में साहस कूट कूट कर भरा होता है।
डरने वाला प्रेम नहीं कर सकता । अपवाद स्वरुप अगर कर भी लेता
है तो उसका इज़हार नहीं कर पाता।

फ़िल्म अंदाज़ में जो १९४९ की फ़िल्म है, एक गीत है जिसमे दो आवाजें
इसी बात पर कुछ कह रही हैं। उनको बोलने का मजमूँ मुहैया कराया है
मजरूह सुल्तानपुरी ने और रागदारी की जानकारी की है नौशाद ने। इस
गीत में प्यानो बजाते हीरो के मजे ले रही हैं दो अभिनेत्रियाँ जिसमे से
एक
नर्गिस हैं दूसरी कुक्कू । आवाजें हैं लता और शमशाद बेगम की ।



गीत के बोल:

डर ना मोहब्बत कर ले
डर ना मोहब्बत कर ले
उल्फत से झोली भर ले
दुनिया है चार दिन की
जी ले चाहे मर ले

डर ना मोहब्बत कर ले
हो, डर ना मोहब्बत कर ले

दुनिया फानी, तू भी फानी
लेता जा उल्फत की निशानी
दो लफ्जों की एक कहानी
एक मोहब्बत एक जवानी

याद इससे तू कर ले
याद इससे तू कर ले
डर ना मोहब्बत कर ले
डर ना मोहब्बत कर ले

उल्फत से झोली भर ले
दुनिया है चार दिन की
जी ले चाहे मर ले

डर ना मोहब्बत कर ले
डर ना मोहब्बत कर ले

दुनिया तो काँटों का एक बाण हैं
और उल्फत फूलों का चमन हैं
कर ले वही जो दिल की लगन हैं
सोच ना मंजिल दिल की कठिन हैं
हो दिल की कठिन हैं

इस मंजिल से गुजर ले
इस मंजिल से गुजर ले

डर ना मोहब्बत कर ले
डर ना मोहब्बत कर ले
उल्फत से झोली भर ले
दुनिया है चार दिन की
जी ले चाहे मर ले
हो डर ना मोहब्बत कर ले
डर ना मोहब्बत कर ले

कहना जो तूने मेरा ना मन
पीछे पड़ेगा फिर पछताना
देख ले अपना कर ले ठिकाना
यह है मोहब्बत वो है जमाना
वो है जमाना
हंस ले या आहें भर ले
हंस ले या आहें भर ले
डर ना मोहब्बत कर ले
डर ना मोहब्बत कर ले
..............................................
Dar na mohabbat kar le-Andaz 1949

Artists: Nargis, Cuckoo

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