मोरी पायल गीत सुनाये- बाप बेटे १९५९
एक तो वे जिनका कलेंडर १९५८ से चालू होता है यानि फ़िल्म अदालत से
और ख़त्म हो जाता है फ़िल्म हीर राँझा पर जो कि १९७० की फ़िल्म थी।
इसके अलावा इनकी जानकारी कुछ ही फिल्मों तक सीमित है जैसे
मेरा साया, वो कौन थी, मौसम, हीरा राँझा, लैला मजनू । दूसरे श्रेणी के
भक्त वे जो दूसरों कि पोस्ट पढ़ कर वाह वाह किया करते हैं और केवल
श्रेणी एक के संगीत प्रेमियों के लिखे अगड़म बगड़म को आधार मान के
अपनी धारणा बनाते हैं। तीसरे किस्म के संगीत प्रेमी वे हैं जिन्होंने
मदन मोहन को काफ़ी सुना है और लगभग उनकी सभी फिल्मों के गीतों
से परिचित है। एक ५७-७० वाले संगीत प्रेमी को मैंने ये गीत सुनाया तो
वे पूछने लगे-किसका संगीत है-रोशन का ??
इस गीत के गीतकार राजेंद्र कृष्ण हैं जिनके लिखे लगभग सभी गाने मैंने
सुन रखे हैं । ये गीत भी पहली बार मुझे एक लता प्रेमी के खजाने में ही मिला।
पहली बार ही सुनकर में तबियत खुश हो गई। फ़िल्म का नाम है-बाप बेटे।
फ़िल्म कहीं भी देखने के लिए उपलब्ध नहीं है।
गाने के बोल:
मोरी पायल गीत सुनाये
दिन पी से मिलन के आए
ये मन मोरा झूम रहा मतवाला
मोरी पायल गीत सुनाये
दिन पी से मिलन के आए
ये मन मोरा झूम रहा मतवारा
मोरी पायल गीत सुनाये
प्रीत की बगिया महकी महकी
प्रीत की बगिया महकी महकी
चाल चलूँ मैं बहकी बहकी
चाल चलूँ मैं बहकी बहकी
जिया लहराए कभी
नज़र शरमाये कभी
ये मन मेरा झूमे झूमे, मतवारा
मोरी पायल गीत सुनाये
मोरी पायल गीत सुनाये
साजन आए मोरे द्वारे
आ आ आ आ आ आ आ आ
साजन आए मोरे द्वारे
झुक गए नैना लाज के मारे
झुक गए नैना लाज के मारे
कभी घबराऊं सखी
कभी मुस्काऊं सखी
ये मन मोरा झूमे झूमे, मतवारा
मोरी पायल गीत सुनाये
दिन पी से मिलन के आए
ये मन मोरा झूम रहा मतवारा
मोरी पायल गीत सुनाये
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Artists: Shyama, Ashok Kumar
2 comments:
https://www.youtube.com/watch?v=JfTNdMvatxw
धन्यवाद, लिंक अपडेट के दिया है.
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