ना जइयो-शहजादा १९७२
उसके बाद कुछ जाने पहचाने से संवादों का आदान प्रदान
होता है। फिर फिल्म के निर्देशक ने निर्णय लिया कि एक गाना
हो जाए तो साहब एक गाना फिट हो गया फिल्म शहजादा में।
लता और किशोर की आवाजों में है ये युगल गीत। प्रेमालाप
के लिए हिंदी फिल्म के निर्देशकों ने अच्छे प्रतीक इस्तेमाल किये हैं।
इस गीत में भी एक छोटे से भँवरे को फूल का रस पीते हुए दिखाया
गया है। इससे हमारे दर्शक समझ जाया करते हैं क्या हो रहा है या
हो चुका है। फूल भी लाल रंग का प्रयोग में लाया गया है जिससे थोड़े
मूढ़मति किस्म के दर्शक भी समझ जाएँ । फैशन अपने चरम पर है ।
राजेश खन्ना का कुरता और लुंगी एक जैसे दिखाई दे रहे हैं।
फिल्म: शहजादा
वर्ष: १९७२
कलाकार: राजेश खन्ना, राखी,
गीतकार: राजेंद्र कृष्ण
संगीतकार: आर डी बर्मन
गायक:किशोर कुमार, लता मंगेशकर
....................
गीत के बोल:
ना जइयो, ना जइयो
छोड़ के ना जइयो मेरी रानी
ना जइयो
छोड़ के ना जइयो मेरी रानी
हाँ, जाएगी साथ तेरे
जाएगी साथ तेरे मेरी जिंदगानी
हाँ, ना जइयो
छोड़ के ना जइयो मेरी रानी
ना जइयो, ओये
छोड़ के ना जइयो मेरी रानी
बागों में कलियाँ खिलने के दिन
अंखियों से अँखियाँ मिलने के दिन
बागों में कलियाँ खिलने के दिन
अंखियों से अँखियाँ मिलने के दिन
हो ओ, दे दूंगा जान मेरी
दे दूंगा जान मेरी बात जो ना मानी
हाँ
ना जाऊं,
छोडके ना जाऊं तोहे जानी
हो, क़दमों में तेरे मेरी
क़दमों में तेरे मेरी फूल सी जवानी
हो जानी जाऊं
ना जाऊं, ना जाऊं
छोडके ना जाऊं तोहे जानी
तू ही सवेरा तू ही मेरी शाम
तू ही सवेरा तू ही मेरी शाम
दुनिया से प्यारा मुझे तेरा नाम रे
तू ही सवेरा तू ही मेरी शाम
दुनिया से प्यारा मुझे तेरा नाम
लिख दे जिया पे मेरे प्रीत की कहानी
हो जानी जाऊं
ना जाऊं, ना जाऊं
छोडके ना जाऊं तोहे जानी
काहे को रूठी थी पहले गुजरिया
जानूं थी मना लेगा मेरा सांवरिया
आंखमिचोली की ये
आंख मिचोली की ये रीत है पुरानी
हो जानी जाऊं
ना जाऊं, ना जाऊं
छोडके ना जाऊं तोहे जानी
हो, जाएगी साथ तेरे , हाँ
ना जइयो, ओये
छोड़ के ना जइयो मेरी रानी
....................................................................................
Na Jaiyo chhode ke na-Shehzada 1972
0 comments:
Post a Comment