ये सफ़र बहुत है कठिन मगर-१९४२ ए लव स्टोरी
१९४२ ए लव स्टोरी सन १९९४ की फिल्म है। फिल्म से ज्यादा
चर्चित इसका संगीत रहा। पुराने ज़माने के गीतों की झलक सुनाता
इसका संगीत काफी सुना गया। हेमंत कुमार के फिल्म जगत से
रिटायर होने के बाद उनके जैसी आवाज़ वाला कोई गायक सुनने को
नहीं मिला। वे जब हिंदी फिल्म जगत में सक्रीय थे तब उनकी आवाज़ से
मिलती जुलती आवाज़ वाले कुछ गायक जैसे द्विजेन मुखर्जी, सुबीर सेन
वगैरह सुनाई दे जाते थे। १९९४ की अनिल कपूर अभिनीत फिल्म में ये
गीत भी आपको हेमंत कुमार की याद दिलाएगा। स्पष्ट ना सही, धुंधली
ही सही। गायक हैं शिवाजी चट्टोपाध्याय। गीत लिखा है जावेद अख्तर ने
और धुन बनाई है राहुल देव बर्मन ने । गीत फिल्माया गया है जैकी श्रोफ
और मनीषा कोइराला पर। विधु विनोद चोपड़ा की इस फिल्म का छायांकन
भले ही बढ़िया हो, फिल्म कई जगह पर मंथर गति से चलती प्रतीत होती है।
आपको इस गीत में वायलिन का बजा टुकड़ा एक पुराने गीत की याद
दिलाएगा ।
गीत के बोल:
दिल नाउम्मीद तो नहीं, नाकाम ही तो है
लम्बी है गम की शाम, मगर शाम ही तो है
ये सफ़र बहुत है कठिन मगर
ना उदास हो मेरे हमसफ़र
ये सफ़र बहुत है कठिन मगर
ना उदास हो मेरे हमसफ़र
नहीं रहनेवाली ये मुश्किलें
ये हैं अगले मोड़ पे मंजिलें
नहीं रहनेवाली ये मुश्किलें
ये हैं अगले मोड़ पे मंजिलें
मेरी बात का तू यकीन कर
मेरी बात का तू यकीन कर
ना उदास हो मेरे हमसफ़र
ये सफ़र बहुत है कठिन मगर
ना उदास हो मेरे हमसफ़र
कभी ढूंढ लेगा ये कारवां
वो नयी ज़मीन नया आसमान
कभी ढूंढ लेगा ये कारवां
वो नयी ज़मीन नया आसमान
जिसे ढूंढती है तेरी नज़र
जिसे ढूंढती है तेरी नज़र
ना उदास हो मेरे हमसफ़र
ये सफ़र बहुत है कठिन मगर
ना उदास हो मेरे हमसफ़र
ये सफ़र बहुत है कठिन मगर
ना उदास हो मेरे हमसफ़र
ना उदास हो मेरे हमसफ़र
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