देखा मैंने देखा-विक्टोरिया न. २०३
हिंदी फिल्मों की स्क्रिप्ट की ये मजबूरी है कि हीरो अपनी मर्ज़ी
से कुछ पहचान नहीं सकता। विक्टोरिया की सवारी करते करते
उसपर सवार हीरो चलाने वाली लड़की जो लड़के के भेस में है,
पहचान नहीं पाता। ये गीत अपने ज़माने में बहुत लोकप्रिय था,
विशेषकर मनचले युवकों के बीच। ये फिल्म बड़ी हिट फिल्म थी
और इसका कथानक जनता द्वारा बहुत पसंद किया गया। गीत में
आपको नवीन निश्चल और सायरा बानो दिखाई देंगे। गीत गाया है
किशोर कुमार ने और संगीतकार हैं कल्याणजी आनंदजी ।
गीत के बोल:
देखा मैंने देखा, हा हा हा
देखा मैंने देखा
सपनो की एक रानी को
रूप की इक मस्तानी को
मस्ती भरी जवानी को
हाय रे हाय मैंने देखा
मैंने देखा हाय हाय
देखा मैंने देखा
देखा मैंने देखा, हा हा हा
थी बड़ी वो चंचल, हाय
ले गयी दिल मतवाला
मेरा ले गयी दिल मतवाला
प्यार को क्या समझे तू
घोडा चलाने वाला
घोडा गाडी चलाने वाला
थोड़ी सी वो काली थी
थोड़ी सी वो काली थी
बड़ी ही गुस्से वाली थी
लेकिन वो दिल वाली थी
जिसको मैंने देखा, मैंने देखा
हाय हाय देखा मैंने देखा
देखा, हाँ मैंने देखा
तन से आँचल खिसका
छम से वो जब निकली
छम से वो जब निकली
लूट के ले गयी महफ़िल
बन के वो जब निकली,हाय
बन के वो जब निकली
सुन्दर थी अलबेली थी
सुन्दर थी अलबेली थी
लगती नयी नवेली थी
प्यार की एक पहेली थी
जिसको मैंने देखा, मैंने देखा
हाय हाय देखा, मैंने देखा
देखा मैंने देखा
जी मेरा ये चाहे
मांग मैं उसकी भर दूं
मांग मैं उसकी भर दूं
अपना सारा जीवन
उसको अर्पण कर दूं
मैं उसको अर्पण कर दूं
दुनिया को दिखलाऊंगा
दुनिया को दिखलाऊंगा
अपना उसे बनाऊंगा
किसी भी सूरत पाऊंगा
जिसको मैंने देखा, मैंने देखा
हाय हाय देखा, मैंने देखा
देखा मैंने देखा
सपनो की एक रानी को
रूप की इक मस्तानी को
मस्ती भरी जवानी को
हाय रे हाय, मैंने देखा
हाय हाय देखा, मैंने देखा
मैंने देखा
हाय हाय देखा, देखा रे मैंने देखा
देखा देखा देखा रे मैंने देखा
हाय हाय देखा, देखा रे मैंने देखा
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