Jan 28, 2010

तारों की जुबां पर- नौशेरवां-ए-आदिल १९५७

कुछ गीत जिनमे चाँद सितारों का जिक्र है उनको रात में सुना जाए
तो अधिक आनंद देते हैं। इस गीत को भी आप रात में सुनिए ज्यादा
आनंद आएगा। वजह क्या है ये तो संगीत के दिग्गज बता सकते हैं।
एक मधुर युगल गीत लता और रफ़ी की आवाज़ में जिसकी धुन बनाई
है सी रामचंद्र ने। गीत फिल्माया गया है माला सिन्हा और राजकुमार पर।
गीत लिखा है परवेज़ शम्सी ने जिनका नाम और किसी फिल्म के साथ
मैंने नहीं सुना।



गीत के बोल:

तारों की जुबां पर है मुहब्बत की कहानी
ए चाँद मुबारक हो तुझे रात सुहानी
तारों की जुबां पर है मुहब्बत की कहानी
ए चाँद मुबारक हो तुझे रात सुहानी

कहते हैं जिसे चांदनी है नूर-ए-मुहब्बत
कहते हैं जिसे चांदनी है नूर-ए-मुहब्बत
तारों से सुनहरी है हमेशा तेरी किस्मत
तारों से सुनहरी है हमेशा तेरी किस्मत
जा जा के पलट आती है फिर तेरी जवानी
ए चाँद मुबारक हो तुझे रात सुहानी

तारों की जुबां पर है मुहब्बत की कहानी
ए चाँद मुबारक हो तुझे रात सुहानी

छाया हुआ दुनिया पे मुहब्बत का असर है
छाया हुआ दुनिया पे मुहब्बत का असर है
कहते हैं जिसे चाँद मेरा दाग-ए-जिगर है
कहते हैं जिसे चाँद मेरा दाग-ए-जिगर है
तारों से कहा करता है ये दिल की कहानी
ए चाँद मुबारक हो तुझे रात सुहानी

तारों की जुबां पर है मुहब्बत की कहानी
ए चाँद मुबारक हो तुझे रात सुहानी

हम हो ना हो दुनिया यूँ ही आबाद रहेगी
हम हो ना हो दुनिया यूँ ही आबाद रहेगी
ये ठंडी हवा और ये फिजा याद रहेगी
ये ठंडी हवा और ये फिजा याद रहेगी
रह जाएगी दुनिया में मुहब्बत की निशानी
ए चाँद मुबारक हो तुझे रात सुहानी

तारों की जुबां पर है मुहब्बत की कहानी
ए चाँद मुबारक हो तुझे रात सुहानी

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP