तू रूठा दिल टूटा -याराना १९८१
किशोर कुमार की आवाज़ सीधे ह्रदय से निकला करती थी ।
ह्रदय से निकली हुई चीज़ सीधे मर्म पर चोट करती है ,वो
चाहे हास्य हो या दर्द। शास्त्रीयता की अनिवार्यता यहीं ख़त्म
हो जाती है। वाणी समय और सभी बंधनों से मुक्त हो जाती है।
उनके गाये कई ऐसे गीत हैं जो झंझोड़ने वाले हैं। उन गीतों के
सृजन के लिए गीतकार और संगीतकार भी उतने ही जिम्मेदार हैं
और प्रशंसा के हक़दार हैं। इस गीत को सुनने के बाद मैं राजेश रोशन
का फैन बन गया। गीत सुनते हुए बहुत अरसा हुआ, लेकिन, याराना
फिल्म मैंने देखी सन १९८६ में। विडियो देखने के बाद ये मुझे ये गीत
और भी अच्छा लगने लगा ।
गीत में नायक अमिताभ बच्चन एक याददाश्त खो चुके गुमसुम से
बच्चे के सामने अजीब से करतब दिखाने के बाद एक गीत गा रहे हैं
जिससे उसकी खोयी हुई स्मृति वापस आ जाये। इसमें वो कितना
सफल होते हैं जानने के लिए देखिये ये गीत। गीत अनजान ने लिखा
है और बच्चे की भूमिका में हैं मास्टर बिट्टू ।
अमिताभ बच्चन को इस गीत में अभिनय के लिए १० में से ९ नंबर।
गीत के बोल:
तू रूठा, दिल टूटा
मेरे यार मुस्कुरा दे
वो प्यार फिर जगा दे
मेरे यार मुस्कुरा दे
वो प्यार फिर जगा दे
क्या जाने क्यूँ तुझपे मुझे इतना प्यार आये
तू रूठे तो जैसे मेरी किस्मत रूठ जाए
दूर ना जा यूँ आंख चुरा के
क्या पायेगा मुझको रुल के
मान भी जा दीवाने
मेरे यार मुस्कुरा दे
वो प्यार फिर जगा दे
मेरे यार मुस्कुरा दे
वो प्यार फिर जगा दे
मेरे यार, मेरे यार
मेरे यार, मेरे यार
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