गीतों से सरगम कलियों से शबनम-लैला १९८४
समय के हिट गाने हैं. एक दशक तक तो नियमित रूप से
बजे थे ये गाने.
एक गीत सुनते हैं लता मंगेशकर और मनमोहन सिंह की
आवाजों में. गीत अनिल कपूर और पूनम ढिल्लों पर फिल्माया
गया है.
गीत सावन कुमार टाक का लिखा हुआ है. गीत के पञ्च लाइन
है-दूर रहे तो दूर रहे.
गीत के बोल:
गीतों से सरगम कलियों से शबनम दूर रहे तो दूर रहे
पर तुम ना रहना दूर ओ सनम मर जायेंगे हम अपनी कसम
सावन से बदली फूलों से तितली दूर रहे तो दूर रहे
पर तुम ना रहना दूर ओ सनम मर जायेंगे हम अपनी कसम
सावन से बदली फूलों से तितली दूर रहे तो दूर रहे
मेहँदी से हथेली दूर रहे तो दूर रहे
बागों से चमेली दूर रहे तो दूर रहे
अंखियों से कजरा जुल्फों से गजरा
पर तुम ना रहना दूर ओ सनम मर जायेंगे हम अपनी कसम
गीतों से सरगम कलियों से शबनम दूर रहे तो दूर रहे
नदिया से किनारा दूर रहे तो दूर रहे
अम्बर से सितारा दूर रहे तो दूर रहे
चन्दा से चकोरी पतंग से डोरी
पर तुम ना रहना दूर ओ सनम मर जायेंगे हम अपनी कसम
सावन से बदली फूलों से तितली दूर रहे तो दूर रहे
सीप से मोती दूर रहे तो दूर रहे
दीप से ज्योति दूर रहे तो दूर रहे
कानों से बाली होंठों से लाली दूर रहे तो दूर रहे
पर तुम ना रहना दूर ओ सनम मर जायेंगे हम अपनी कसम
सावन से बदली फूलों से तितली दूर रहे तो दूर रहे
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Geeron se sargam kaliyon se shabnam-Laila 1984
Artists: Anil Kapoor, Poonam Dhillon
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