Dec 24, 2015

मैं गुनाहगार हूँ-नई रौशनी १९६७

आपको बहुत दिन हुए महेंद्र कपूर का गीत सुनवाए. आइये सुना
जाए एक शांत सा मधुर युगल गीत सन १९६७ की एक फिल्म
नै रोशनी से. संगीतकार रवि के संगीत की सभी खूबियां आपको
इस गीत द्वारा ज्ञात हो जाएँगी. खूबियों से यहाँ मेरा अभिप्राय
संगीत संयोजन से है.

महेंद्र कपूर के साथ यह गीत लता मंगेशकर ने भी गाया है. इस
गीत को शायद ही आपने कभी सुना होगा. अरे, मैंने ही इसे एक दो
बार सुना है केवल. गीत विश्वजीत और माला सिन्हा पर फिल्माया
गया है. रात में फिल्माया गया ये गीत काफी रोमांटिक किस्म का
है. गीत राजेंद्र कृष्ण की कलम से निकला है.

गीतकार ने कुछ अनूठे भाव इस गीत में ढोले हैं- ‘हमने देखा ये अजब
दीवाना कैद हो के भी मज़ा लेता है’




गीत के बोल:


मैं गुनाहगार हूँ जो चाहे सजा दो मुझको
मैंने सपने में तुम्हें छेड़ दिया
उम्र भर कैद-ए-मोहब्बत की सजा दी तुमको
तुमने सपने में हमें छेड़ दिया

प्यार से जिसने गिरफ्तार किया
दिल मेरा उसको दुआ देता है
हमने देखा ये अजब दीवाना
कैद हो के भी मज़ा लेता है
मैं गुनाहगार हूँ जो चाहे सजा दो मुझको
मैंने सपने में तुम्हें छेड़ दिया
उम्र भर कैद-ए-मोहब्बत की सजा दी तुमको
तुमने सपने में हमें छेड़ दिया

सख्तियाँ कैद की तुम क्या जानो
चाहते हो तो रिहाई ले लो
अब कफस ही में पड़ा रहने दो
चाहे बदले में खुदाई ले लो
उम्र भर कैद-ए-मोहब्बत की सजा दी तुमको
तुमने सपने में हमें छेड़ दिया
मैं गुनाहगार हूँ जो चाहे सजा दो मुझको
मैंने सपने में तुम्हें छेड़ दिया

मैंने ख्वाबों का सहारा ले के
दो घडी तुमसे मोहब्बत की है
तुम इसे लाख मोहब्बत कह लो
हम तो समझेंगे शरारत की है
मैं गुनाहगार हूँ जो चाहे सजा दो मुझको
मैंने सपने में तुम्हें छेड़ दिया
उम्र भर कैद-ए-मोहब्बत की सजा दी तुमको
तुमने सपने में हमें छेड़ दिया
.........................................................
Main gunahgaar hoon-Nai roshni 1967

0 comments:

© Geetsangeet 2009-2020. Powered by Blogger

Back to TOP