May 27, 2016

ना दिर दिम ताना दे रे ना-परदेसी १९५७

दक्षिण भारत से आई अभिनेत्रियों में अधिकाँश नृत्य कला में
प्रवीण हैं. हमने वैजयंतीमाला, पद्मिनी, हेमा मालिनी, रेखा,
मीनाक्षी शेषाद्री जैसी अभिनेत्रयों का क्लासिकल डांस देखा है
कई फिल्मों में. इस कड़ी में और भी नाम हैं मगर आज चर्चा
होगी सिर्फ पद्मिनी की.

त्रावनकोर सिस्टर्स नाम से तीन बहनें सिनेमा के क्षेत्र में काफी
विख्यात हैं- पद्मिनी, ललिता और रागिनी. गुरु गोपीनाथ और गुरु
महालिंगम पिल्लई से इन्होने नृत्य की शिक्षा दीक्षा ली. १९४७
की तमिल फिल्म कनिका से अपना कैरियर शुरू करने वाली
पद्मिनी ने तकरीबन २५० फिल्मों में काम किया.

आज आपको भारत-रूस के संयुक्त प्रयासों से निर्मित फिल्म १९५७
के परदेसी(Journey Beyond Three Seas) से एक गीत सुनवा रहे
हैं. 

गीत राग गौड़ सारंग पर आधारित है. संगीतकार अनिल बिश्वास
ने लता के लिए जो अलौकिक धुनें बनायीं उनमें से एक ये भी
है.



गीत के बोल:

ना दिर दिम ताना दे रे ना
ना दिर दिम ताना दे रे ना
ना जा ना जा बलम,  बलम मेरे ना
ना दिर दिम ताना दे रे ना
ना दिर दिम ताना दे रे ना


तेरी आग लगा ली तन में पिया
तेरी सेज सजा ली मैंने मन में पिया
तेरी आग लगा ली तन में पिया
तेरी सेज सजा ली मैंने मन में पिया

तेरे नैन बसे नैनन में पिया
तेरे नैन बसे नैनन में पिया
कहीं तू ही मुझे नयन फेरे ना

ना दिर दिम ताना दे रे ना
ना दिर दिम ताना दे रे ना
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Na dir dim tana de re na-Pardesi 1957

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