मैं न मिलूंगी नज़र हटा लो-प्यार का मौसम १९६९
समय ये तय करना मुश्किल होता है “थी” या “है” लिखा जाए.
थी-से मतलब उस ज़माने की हिट फिल्म थी, और “है” से मतलब
जिसे जनता आज भी सुपरहिट मानती है. जब तक ‘प्यार का
मौसम’ फिल्म के मुरीद हैं तब तक हम “है” शब्द का इस्तेमाल
करते हैं.
जैसा कि आप जानते हैं नासिर हुसैन की फ़िल्म में आशा पारेख
जरूर मौजूद हुआ करती थीं, बस हीरो बदलते रहते थे । फिल्म
में शशि कपूर हीरो हैं. फिल्म में संगीतकार आर डी बर्मन भी
छोटी सी भूमिका में हैं. फिल्म में हीरो के सहायक को अंग्रेजी
में ‘साइडकिक’ कहा जाता है. नासिर हुसैन के फ़िल्मी कथानकों
में इनकी भरमार है.
फिल्म का मुख्य मसाला तो दो पीढ़ियों के प्रेम प्रसंग हैं, साथ में
फ़िल्मी सलाद और फ़िल्मी पकवान बहुत से हैं. गति ज़रूर फिल्म
की बदलती रहती है, कुछ तो ज्यादा गीत होने की वजह से. आज
इस फिल्म से लता मंगेशकर का गाया एक गीत सुनिए.
गीत के बोल:
हो मैं ना मिलूंगी नज़र हटा लो
मैं ना मिलूंगी नज़र हटा लो
हुंह हँसेगी मेरी पायल दिलवालों
अरे हँसेगी मेरी पायल दिलवालों
हो मैं ना मिलूंगी नज़र हटा लो
अरे हँसेगी मेरी पायल दिलवालों
काहे पे ऐ ऐ ऐ झूले हो
अरे बेमौसम हूँ हूँ हूँ फूले हो
आये हो क्या कुछ पी के
क्यूँ तुमको सुरूर इतना है
राम ही जाने तुमको काहे पे गुरूर इतना है
मैं ना मिलूंगी नज़र हटा लो
हो मैं ना मिलूंगी नज़र हटा लो
अरे हँसेगी मेरी पायल दिलवालों
हो हँसेगी मेरी पायल दिलवालों
दिल के हो ओ ओ ओ तुम काले
अरे बनते हो ओ ओ ओ दिलवाले
दूर से देखो मुझको या संग मेरे अब झूमो
बैठ मेरी राहों में या मेरे कदम को चूमो
मैं ना मिलूंगी नज़र हटा लो
मैं ना मिलूंगी नज़र हटा लो
हुंह हँसेगी मेरी पायल दिलवालों
अरे हँसेगी मेरी पायल
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Main na miloongi-Pyar ka mausam 1969
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