हुस्न के लाखों रंग-जॉनी मेरा नाम १९७०
नाम है जॉनी मेरा नाम. पद्मा खन्ना पर ये गीत फिल्माया
गया है. खलनायक प्रेमनाथ को आप पहचान ही गए होंगे
उस दौर में कैबरे, तेज नृत्य या ऐसे गीत आशा भोंसले के
हिस्से में आते. पद्मा खन्ना ने ७० के दशक के उत्तरार्ध में
ऐसे कई गीत में नृत्य किया. प्रतिभाशाली पद्मा खन्ना को
अभिनय के ज्यादा अवसर नहीं मिले और वे टाइप्ड किस्म
की भूमिकाओं तक सिमट कर रह गईं.
फिल्म ‘जॉनी मेरा नाम’ अगर जनता देव आनंद और हेमा
के लिए देखने गयी तो जनता का कुछ हिस्सा केवल यही
गीत देखने के लिए गया. इस फिल्म में प्रेमनाथ की छबि
एक अत्यंत क्रूर खलनायक की है.
गीत के बोल:
हुस्न के लाखों रंग
कौन सा रंग देखोगे
आग है ये बदन
कौन सा अंग देखोगे
गालों के ये फूल गुलाबी
इनकी रंगत क्या जानो
होंठों के दो जाम शराबी
इनकी लज़्ज़त क्या जानो
ज़ुल्फ़ों की ये छाँव घनेरी
इनकी राहत क्या जानो
हुस्न के लाखों रंग
कौन सा रंग देखोगे
आग है ये बदन
कौन सा अंग देखोगे
परदे में क्या छुपा हुआ है
तेरी नज़र ये क्या जाने
इन आँखों के पीछे कितने
बसे हुए हैं मैखाने
पी के देखो जाम नज़र का
हो जाओगे दीवाने
हुस्न के लाखों रंग
कौन सा रंग देखोगे
आग है ये बदन
कौन सा अंग देखोगे
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Husn ke lakhon rang-Johny mera naam-1970
Artists: Padma Khanna, Premnath
1 comments:
good song
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