Aug 5, 2016

दिल है हाज़िर-सज्जो रानी १९७६

शास्त्रीय संगीत के गायकों को सुनने का मज़ा अलग ही है.
सुनते जाओ, सुनते जाओ. शोभा गुर्टू का मैं एक छोटा सा
फैन हूँ. हिंदी फिल्म संगीत धन्य है जो उन्होंने कुछ योगदान
फिल्मों के लिए दिया. संगीतकार सपन जगमोहन ने १९७४
की फिल्म सज्जो रानी में उनसे दो गीत गवाए. शोभा गुर्टू
को हम जैसे फ़िल्मी गीतों के रसिक ठुमरी क्वीन के नाम से
जानते हैं. प्रस्तुत गीत भी ठुमरी ही है.

ख्याल गायकी में गायकी और राग के उतार चढ़ाव ज्यादा ही
अहमियत रखते हैं वहीँ ठुमरी में भाव और बोल पर ज्यादा जोर
रहता है. ठुमरी का इतिहास बहुत पुराना है, मगर इसे प्रसिद्धि
दिलाने का काम उन्नीसवीं शती में वाजिद अली शाह ने ज्यादा
किया जिनके दरबार में ठुमरी संग नृत्य का आयोजन होता था.

प्रस्तुत ठुमरी राग खमाज में है.



गीत के बोल:


दिल है हाज़िर लीजिए ले जाइए
और क्या क्या और क्या क्या
और क्या क्या फरमाइए
और क्या क्या फरमाइए

प्यार धोखा है
प्यार धोखा है
तो धोखा ही सही
चाहता है चाहता है
चाहता है दिल के धोखा खाइए

हमको अपना इम्तेहान मंज़ूर है
हमको अपना इम्तेहान मंज़ूर है
और भी तरसाइए तड्पाइए
और भी तरसाइए तड्पाइए

इश्क वालों का
इश्क वालों का मुकद्दर है यही
आप अपनी आप अपनी
आप अपनी आग में जल जाइये
आप अपनी आग में जल जाइये

दिल है हाज़िर लीजिए ले जाइए
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Dil hai hazir-Sajjo Rani 1976

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