क्या मौसम है-दूसरा आदमी १९७७
बहुत सारे तो नहीं मगर कई गीत हैं छोटे मुखड़ों वाले उनके
संगीत में.
फिल्म देस परदेस का गीत है-तू पी और जी. ऐसा ही प्रस्तुत
गीत भी है, ये है फिल्म दूसरा आदमी से दूसरा गीत जो एक
युगल गीत है लता, किशोर और रफ़ी का गाया हुआ. गीतकार
एक बार फिर से मजरूह सुल्तानपुरी हैं.
फिल्म दूसरा आदमी भले ही बॉक्स ऑफिस पर कमाल ना दिखा
पायी हो, इसके गीत खूब बजे.
गीत के बोल:
क्या मौसम है
हा आ हा हा हा
ऐ दीवाने दिल
अरे चल कहीं दूर निकल जाएं
आ आ आ आ आ आ
चल कहीं दूर निकल जाएं
कोई हमदम है
हा आ हा हा हा
चाहत के क़ाबिल
तो किस लिये हम संभल जाएं
आ आ आ आ आ आ
चल कहीं दूर निकल जाएं
झूम के जब जब कभी दो दिल गाते हैं
चार कदम चलते हैं फिर खो जाते हैं
हे हे हे हे
ऐसा है तो खो जाने दो मुझ को भी आज
ये क्या कम है
हा आ हा हा हा
दो पल को राही
अरे मिल जाएं बहल जाएं
आ आ आ आ आ आ
चल कहीं दूर निकल जाएं
ये मस्तियाँ ये बहार दिल हो चला बेक़रार
मैं गिरता हूँ मुझे थाम लो
भीगे लबों से मेरा नाम लो
दुनिया को अब दो नज़र क्यों आएं हम
इतने क़रीब आओ के इक हो जाएं हम
के इक हो जाएं हम
के इक हो जाएं हम
के इक हो जाएं
चल कहीं दूर निकल जाएं
हो अच्छा है संभल जाएँ
चल कहीं दूर निकल जाएं
हो ओ ओ अच्छा है संभल जाएँ
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Kya mausam hai-Doosra aadmi 1977
Artists: Rishi Kapoor, Rakhi, Shashi Kapoor
3 comments:
Great
Yeah
Without a doubt
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