यूँ ही तुम मुझसे बात-सच्चा झूठा १९७०
इसे राजेश खन्ना और मुमताज़ पर फिल्माया गया है.
वास्तविक जीवन में अपराधी और पुलिस वालों के बीच प्रेम पनपे
ना पनपे हिंदी फिल्मों के कथानकों में ये संभव है और जनता इसे
स्वीकार लेती है. सामान्य प्रेम प्रसंगों को भी वरना खाप पंचायतें
भाप बना के उड़ा देती हैं.
फिल्म में मुमताज़ एक सी आई डी अफसर की भूमिका में हैं. इस
फिल्म में नायक का डबल रोल है और गीत में नायिका सीधे साधे
युवक के साथ गीत गा रही हैं. अपराधी ने अपनी शकल वाले युवक
को जबरिया अपनी जगह पर बैठा दिया है कानून की आँखों में
धूल झोंकने के लिए.
कथानक अनुसार नायक को ऐसा शरबत पिलाना है जिससे वो भावुक
हो कर अपने मन की बातें उगल दे. गलती से वो शरबत नायिका
भी पी जाती है. उसके बाद ये गीत उजागर होता है भावनाओं के
रूप में. गीत में शुरू होता है एक दूसरे की तारीफों का दौर. इन्दीवर
ने ये खूबसूरत गीत लिखा है
गीत के बोल:
यूँ ही तुम मुझसे बात करती हो
या कोई प्यार का इरादा है
आदाएं दिल की जानता ही नहीं
मेरा हमदम भी कितना सादा है
रोज़ आती हो तुम ख़यालों में
ज़िंदगी में भी मेरी आ जाओ
बीत जाए न ये सवालों में
इस जवानी पे कुछ तरस खाओ
हाल-ए-दिल समझो सनम
कहेंगे मुँह से न हम
हमारी भी कोई मर्यादा है
आदाएं दिल की जानता ही नहीं
मेरा हमदम भी कितना सादा है
भोलेपन में है वफ़ा की खुशबू
इसपे सब कुछ न क्यूँ लुटाऊँ मैं
मेरा बेताब दिल ये कहता है
तेरे साए से लिपट जाऊँ मैं
मुझसे ये मेल तेरा
न हो एक खेल तेरा
ये करम मुझपे कुछ ज़ियादा है
यूँ ही तुम मुझसे बात करती हो
या कोई प्यार का इरादा है
बन गई हो मेरी सदा के लिये
या मुझे यूँ ही तुम बनाती हो
कहीं बाहों में न भर लूँ तुमको
क्यों मेरे हौसले बढ़ाती हो
हौसले और करो
पास आते न डरो
दिल न तोड़ेंगे अपना वादा है
यूँ ही तुम मुझसे बात करती हो
या कोई प्यार का इरादा है
आदाएं दिल की जानता ही नहीं
मेरा हमदम भी कितना सादा है
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Yun hi tum mujhse baat-Sachcha Jhootha 1970
Artists: Rajesh Khanna, Mumtaz
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