काहे तरसाए जियरा-चित्रलेखा १९६४
हैं जो दो बहनों ने गाया है-आशा भोंसले और उषा मंगेशकर.
साहिर लुधियानवी की रचना है और रोशन का संगीत. फिल्म
के प्रमुख पात्र अशोक कुमार और मीना कुमारी हैं.
गीत के बोल:
काहे तरसाए जियरा
काहे तरसाए जियरा जियरा
यौवन ऋतु सजन जा के ना आए
काहे तरसाए जियरा
काहे तरसाए जियरा
नित नित जागे ना
नित नित जागे जागे ना
नित नित जागे जागे ना
नित नित जागे ना जागे ना
सोया श्रृंगार सोया श्रृंगार
झनन झन झनन नित ना बुलाए
काहे जियरा तरसाए
काहे तरसाए जियरा
काहे तरसाए जियरा
नित नित बरसे ना
नित नित बरसे ना बरसे ना
नित नित बरसे ना बरसे ना
नित नित बरसे ना बरसे ना
रस की फुहार रस की फुहार
सपन बन गगन नित ना लुटाए
काहे जियरा तरसाए
काहे तरसाए जियरा
काहे तरसाए जियरा
नित नित आये न
नित नित आये न तन पे निखार
नित नित आये न तन पे निखार
सावन मन सुमन नित न खिलाये
काहे जियरा तरसाए
काहे तरसाए जियरा
काहे तरसाए जियरा
……………………………………………………..
Kaahe tarsaye jiyra-Chitralekha 1964
0 comments:
Post a Comment